वर्तमान परमिट प्रणाली का उपयोग करने दिया जाए द सेव शारदा कमेटी जो कश्मीरी पंडितों के तीर्थयात्रियों को शारदा मंदिर जाने की इजाजत देने के अभियान को चला रहा है, उसका कहना है कि उसके सदस्य दोनों तरफ के लोग हैं। उन्होंने केंद्र सरकार को एक याचिका भी दी है और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखा है। कश्मीरी पंडित शारदा को अपनी कुलदेवी के तौर पर उल्लिखित करते हैं। इसे लेकर मांग है कि उन्हें वर्तमान परमिट प्रणाली का उपयोग करने दिया जाए। वह मुजफ्फराबाद से होकर जाना चाहते हैं।’ मंदिर के अलावा वहां भारत की सबसे पुरानी विश्वविद्यालय के अवशेष हैं। एक समय जब हिंदुत्व घट रहा था और बौद्ध धर्म बढ़ रहा था तब आदि शंकराचार्य ने विश्विद्यालय का दौरा किया और हिंदुत्व का पुन:जागरण शुरू हुआ।