
बुध गोचर
budh goghar: व्यापार जगत के देवता बुध ने सोमवार को सिंह राशि से कन्या राशि में प्रवेश किया। कन्या बुध की स्वराशि है, ऐसे में बुध के कन्या राशि में पहुंचने से आर्थिक व्यवस्था मजबूत होगी, साथ ही कई तरह के परिवर्तन दिखाई देंगे। कन्या राशि में इस समय सूर्य और केतु भी विराजमान हैं। ऐसे में इस राशि में बुध, सूर्य और केतु की युति बनेगी।
budh goghar: ब्रह्मशक्ति ज्योतिष संस्थान के पं. जगदीश शर्मा ने बताया कि ग्रहों के राजकुमार बुध ने सोमवार को सुबह 10.15 बजे कन्या में प्रवेश कर लिया। कन्या बुध की स्वराशि है। बुध को वाणी, अर्थव्यवस्था, गणित, व्यापार और शेयर बाजार का कारक माना जाता है। इसलिए इस क्षेत्र में उन्नति होगी, भारत की साख बढ़ेगी।
जहां तक राशियों की बात है, तो इसका असर अधिकांश राशियों के लिए अच्छा रहेगा लेकिन कुछ राशियों के जातकों पर विपरीत प्रभाव भी रहेगा, ऐसे में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
सिंह राशि के जातकों के लिए यह गोचर अच्छा नहीं रहेगा, इन्हें कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसी प्रकार इसी प्रकार गोचर के दौरान सूर्य और केतु का लग्न पर प्रभाव होगा, कन्या राशि के जातकों को त्वचा संबंधी रोग दे सकता है। इसी प्रकार अष्टम भाव के कारण कुंभ राशि के जातकों को शारीरिक मानसिक रोग के साथ वायरल इंफेक्शन जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। शेष राशियों के लिए यह शुभ रहेगा।
पं. विष्णु राजौरिया का कहना है कि बुध के राशि परिवर्तन से अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी। कन्या राशि में बुध और केतु की युति 18 साल बाद बन रही है। कन्या बुध की उच्च राशि है। सूर्य भी इस समय कन्या राशि में है, इसलिए सूर्य, बुध की युति से बुधादित्य योग भी बनेगा।
Updated on:
24 Sept 2024 11:53 am
Published on:
24 Sept 2024 11:52 am
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