
Vaani Shakti Remedies (pc: gemini generated)
इंसान के व्यक्तित्व, रिश्तों और सफलता में सबसे बड़ी भूमिका उसकी वाणी (Speech Power) की होती है। आप कैसे बोलते हैं, किस लहजे में बात रखते हैं और शब्दों का चयन कैसे करते हैं—ये सब आपकी किस्मत की दिशा तय करते हैं। ज्योतिष शास्त्र में भी वाणी को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है, क्योंकि इसका सीधा संबंध धन, परिवार और सामाजिक प्रतिष्ठा से होता है।
कुंडली का दूसरा भाव वाणी का मुख्य भाव माना जाता है। इसके अलावा तीसरा और आठवां भाव भी वाणी से जुड़े होते हैं। खास बात यह है कि यही भाव आर्थिक स्थिति और पारिवारिक जीवन को भी दर्शाते हैं। यानी आपकी बोली जितनी अच्छी होगी, उतना ही जीवन संतुलित रहेगा।
वाणी पर सबसे अधिक प्रभाव बुध और बृहस्पति का होता है।
अगर कुंडली में बुध और बृहस्पति दोनों मजबूत हों, तो व्यक्ति की बातों से लोग प्रभावित होते हैं।
अगर वाणी से जुड़े भावों पर शनि या राहु का प्रभाव हो, तो व्यक्ति की बोली कठोर, कटु या अपशब्दों से भरी हो सकती है। बार-बार गुस्सा करना, चीखना-चिल्लाना या गलत शब्दों का प्रयोग करना जीवन में अशुभता बढ़ाता है।
अगर आप चाहते हैं कि आपकी बोली मीठी हो और उसका असर आपके भाग्य पर भी दिखे, तो ये उपाय अपनाएं:
लगातार भगवान के नाम का जप करने से धीरे-धीरे वाणी की गलत आदतें छूटने लगती हैं। इससे मन शांत होता है और जीवन की अशुभता कम होने लगती है।
Published on:
28 Dec 2025 04:07 pm
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