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Rashi Parivartan 2021: सूर्य और शनि के मध्य खत्म हो रहा दृष्टिगत संबंध, मिलेगी राहत

Rashi Parivartan 2021: अशुभ योग भी खत्म

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surya rashi parivartan

Rashi Parivartan 2021: सूर्य के कर्क राशि में गोचर के दौरान शनि की दृष्टि सूर्य पर पड़ रही थी। जिससे समसप्तक नामक एक अशुभ योग के निर्माण से कई तरह की परेशानियां व रूकावटें उत्पन्न हो रही थीं। ऐसे में अब एक बार फिर ग्रहों की चाल के चलते अब जल्द ही इन दिक्कतों से मुक्ति मिलती दिख रही है।

दरअसल जानकारों के अनुसार अब 17 अगस्त 2021 को सूर्य के कर्क से सिंह में राशि परिवर्तन के साथ ही ये अशुभ योग भी खत्म हो जाएगा। जिसके बाद कई प्रकार के बदलाव देखने को मिल सकते हैं, वहीं जो लोग अभी तनाव व मानसिक असंतोष जैसी स्थिति में थे, उन्हें इस बदलाव से राहत मिलेगी।

ज्योतिष के जानकारों के अनुसार समसप्तक नामक इस अशुभ योग के चलते लोगों के व्यक्तिगत जीवन पर और देश-दुनिया की गतिविधियों पर नकारात्मक असर देखने को मिल रहा था। ऐसे में अब इसके 17 अगस्त के बाद से निष्क्रिय हो जाने के चलते लोगों के जीवन में सकारात्मकता का उदय होता दिख रहा है।

वहीं सिंह राशि में सूर्य के अलावा बुध भी होने से आने वाले करीब 10 दिनों यानि 26 अगस्त तक (बुध का सिंह में गोचर) बुधादित्य योग का प्रभाव देखने को मिलेगा।

ये होता है समसप्तक योग का असर -
ज्योतिष के जानकार पंडित सुनील शर्मा मुताबिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान सूर्य के शनि देव पुत्र हैं, लेकिन दोनों में परस्पर विद्वेष भी है। ऐसे में इन दोनों ग्रहों को ज्योतिष शास्त्र में भी एक दूसरे के लिए अनुकूल नहीं माना जाता है।

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IMAGE CREDIT: patrika

ज्योतिष के अनुसार जब कभी ये दोनों ग्रह एक दूसरे को देखते हैं तो अमंगलकारी योग का निर्माण करते हैं। इन्हीं से ही एक योग समसप्तक योग भी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार समसप्तक योग एक अशुभ योग है। जिसके निर्माण से देश-दुनिया में उथल-पुथल व अनिष्ट का संदेह बना रहता है।

पंडित शर्मा के अनुसार दरसअल इस योग के दौरान लोगों के व्यक्तिगत जीवन और दुनिया भर में अनचाहे परिवर्तन होते हैं। इसके अलावा इस योग के प्रभाव से लोगों जीवन में तनाव, मानसिक असंतोष और भय की स्थिति बनी रहती है। परिवारों में भी कलह और विरोध पैदा करने के अलावा ये सेहत पर भी बुरा असर डालता है।

जबकि दुनिया में ये समसप्तक योग राजनैतिक अस्थिरता और नकारात्मकता को पैदा करता है। ऐसे में अब ये योग समाप्त होने के चलते ज्योतिष के जानकारों का मानना है कि देश दुनिया से नकारात्मकता दूर होने के साथ ही लोगों के जीवन में बदलाव का दौर अब शुरु होगा। साथ ही भय, तनाव सहित मानसिक असंतोष के भाव में अब कमी आएगी।