Pakistan में भारतीय उच्चायोग के दो कर्मचारी बीते कई घंटों से लापता, इमरान सरकार से की शिकायत
यहां जेएनकेटी स्कूल को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था। स्कूल के प्रधानाचार्य मोहम्मद मेहताब ने शिकायत की है कि यहां से जाते हुए लोग अपने साथ स्कूल में लगे बल्ब, सरकारी दरी और चादर ले गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विस्तृत जांच करने पर पता चलेगा कि और क्या—क्या सामान गायब है।
Video: 100 वर्षीय मां को चारपाई पर घसीटकर पहुंचाया बैंक, लेने थे पेंशन के पैसे और…
यह भी आरोप है कि बाहर से आए जिन प्रवासियों को यहां रखा गया था उन्होंने अपनी मौज मस्ती के चक्कर में कईं बेंच तोड़ डाली। और तो और लोग बगीचे में लगे आम के पेड़ से फल भी तोड़कर ले गए।
Video: 100 वर्षीय मां को चारपाई पर घसीटकर पहुंचाया बैंक, लेने थे पेंशन के पैसे और…
मिली जानकारी के अनुसार इस स्कूल में जो क्वारंटाइन सेंटर बना था उसमें लगभग 800 प्रवासियों को रखा गया था। यहां से एक कोरोना पॉजिटिव मरीज भी मिला है। जब सरकार ने क्वारंटाइन सेंटर्स को बंद कर दिया है तो यहां सफाई और सैनिटाइजेशन का काम हो रहा है। जान की सुरक्षा करने के लिए जिन लोगों को यहां रखा गया था उनके ऐसे कारनामे देखकर सभी हतप्रभ है। स्कूल स्टाफ इस बात से दुखी है कि यहां हर तरह की सुविधा लोगों को दी गई लेकिन फिर भी स्कूल का इस तरह नुकसान किया।
पुलिस के सामने हुआ ग्रामीणों का नक्सलियों से युद्ध, नक्सली कमांडर की मौत
गौरतलब है कि बिहार मेें 15 जून से क्वारंटाइन सेंटर्स को बंद कर दिया गया है। अब बाहर से आने वाले व्यक्ति को 14 दिन के लिए घर में क्वारंटाइन नियमों का पालन करना होगा। आंकड़ों के अनुसार करीब एक हजार क्वारंटाइन केंद्रों में बीस हजार लोग रह रहे थे। इन सभी को होम क्वारंटाइन में भेज दिया गया है। क्वारंटाइन सेंटर पर सरकार ने प्रति व्यक्ति लगभग 5300 रुपए खर्च करने के दावे किए।