
आजमगढ़ में ट्रेनिंग
आजमगढ़. भारत सरकार द्वारा संचालित आयुष्मान भारत की कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को सीएससी ई-गवर्नेन्स द्वारा कलेक्ट्रेट भवन के एनआईसी सभागार में किया गया। कार्यशाला में जनपद के लगभग 100 ग्राम स्तरीय उद्यमियों (वीएलई) शामिल हुए। उन्हें योजना के तहत लाभार्थियों के पंजीकरण आदि की जानकारी दी गयी। बता दें कि आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना है जिसे अब तक की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना कहा जा रहा है। सरकार का मकसद इसके जरिये धन के अभाव में इलाज से वंचित लोगों तक समुचित इलाज पहुंचाना है।
जिला समन्वयक आशुतोष यादव ने सीएससी संचालकों को आयुष्मान भारत योजना के बारे में प्रशिक्षण दिया। सीएससी संचालकों को इस योजना में काम करने के लिए जरूरी उपकरणों के बारे में प्रशिक्षित किया गया। जिला समन्वयक ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री की एक महत्वाकांक्षी योजना है और इसे हर हाल में गरीब आम जनमानस तक सीएससी के माध्यम से पहुंचाना है। प्रदेश में लगभग एक करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को इस योजना का लाभ पहुंचाना है ताकि गरीब जनता अपना उपचार बेहतर निजी एवं सरकारी अस्पतालों में निशुल्क हो सकें। योजना के लाभार्थी परिवार के पांच लाख रूपया वार्षिक इलाज खर्च सरकार वहन करेगी। यह योजना गरीबों और आर्थिक रूप से पिछड़ों के लिये एक बड़ी मदद साबित होगी।
जिला प्रबंधक अजय सिंह ने सीएससी संचालको को डेमो पोर्टल पर लाभार्थियों का पंजीकरण करना, दस्तावेजों का सत्यापन व परिवार के सदस्यों को जोड़ने के बारे में विस्तार से प्रशिक्षित किया। बताया कि सीएससी संचालक अपने आस-पास के लोगों को जागरूक करेंगे और उनका हेल्थ कार्ड जारी करेंगे। उन्होंने कार्यशाला के अन्त में सीएससी की ओर से संचालित अन्य योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान, वाई-फाई चौपाल, दिव्यांग कौशल विकास आदि योजनाओं के बारे में जानकारी दी। एनआईसी के उमाशंकर गुप्ता ने सीएससी संचालकों को तकनीकी रूप से भी प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में सीएससी संचालक विनीत सिंह, चन्दन गिरी, मुरलीधर तिवारी, रमेश विश्वकर्मा, संदीप शर्मा, अरविन्द राय, हिमांशु सिंह आदि उपस्थित रहे।
By Ran Vijay Singh
Published on:
29 Sept 2018 08:29 am
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