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तेजी से सुधार के साथ रेड से ऑरेंज जोन में पहुंचा यूपी का ये जिला, तबलीगी जमातियों ने बिगाड़ा था गणित दरअसल, बागपत में अभी तक 16 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके थे, जिनमें से एक मरीज पहले ही ठीक हो चुका था। जबकि शेष तबलीगी जमात और उनके संपर्क में आए लोगों का इलाज दिल्ली चल रहा था। इनमें से 14 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें डिस्चार्ज कर घर भेज दिया है। इस तरह से बागपत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या केवल 2 रह गई थी, जिनका इलाज अभी चल रहा है। इस बीच बड़ौत तहसील के बडौली रोड पर रहने वाले 55 वर्षीय एक बैंककर्मी को कोरोना संदिग्ध मरीज के रूप में स्वास्थ्य विभाग ने क्वारंटीन किया था। लोनी के बैंक में नौकरी करने वाले इस बैंककर्मी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है।
प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए बैंककर्मी के परिवार के सदस्यों को भी शनिवार की सुबह घर से ले जाकर क्वारन्टीन कर दिया है। इसके साथ ही पूरे मोहल्ले को सील करते हुए जगह-जगह पोस्टर भी चस्पा कर दिए गए हैं। मोहल्लेवासियों को भी हिदायत देते हुए अपील की गई है कि वे अपने घरों में ही रहें और जो भी बैंककर्मी संपर्क में आया है, वह भी स्वास्थ्य विभाग को जानकारी देकर अपनी जांच कराए। पुलिस ने बडौली रोड की ओर जाने वाले सभी रास्तो पर बेरिकेडिंग करते हुए पूरे इलाके को सील कर दिया है। जनपद में 7 संदिग्ध लोगों को स्वास्थ्य विभाग ने भर्ती किया हुआ है।