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सुरक्षा वॉच टावर में खड़े होकर वनों और वन्यप्राणियों रख रहे नजर,

कान्हा नेशनल पार्क के पेंच कॉरीडोर से उत्तर सामान्य वन मंडल की पूरी सातों रेज जुड़ी हुई है।

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सुरक्षा वॉच टावर में खड़े होकर वनों और वन्यप्राणियों रख रहे नजर,

सुरक्षा वॉच टावर में खड़े होकर वनों और वन्यप्राणियों रख रहे नजर,

बालाघाट. कान्हा नेशनल पार्क के पेंच कॉरीडोर से उत्तर सामान्य वन मंडल की पूरी सातों रेज जुड़ी हुई है। इस रेंज में पिछले तीन साल के भीतर एक हजार से अधिक वन्यप्राणी प्रवेश कर चुके है। वन्यप्राणियों की चहलकदमी जानने के लिए वन विभाग ने तीन वॉच टावर का निर्माण कराया है। जिनकी निगरानी करने दूरदर्शी यंत्र का उपयोग किया जा रहा है। इस यंत्र से चार किलोमीटर क्षेत्र में वनों और वन्यप्राणियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। जिससे जंगल में होने वाली तमाम गतिविधियों के बारे में वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को पल-पल की जानकारी मिल सकंे।
गौरतलब हो कि उत्तर सामान्य वन मंडल लामता की पूरी रेंज कान्हा नेशनल पेंच कॉरीडोर से जुड़ जाने से वन्यप्राणियों का मूवमेंट जानने सावरझोड़ी की चंदिया पहाड़ी, बडग़ांव व मलधर में वॉच टावर बनाए गए है। जिसमें 24 घंटे 3-3 वन कर्मचारियों को तैनात किया गया है जो दूरदर्शी यंत्र के माध्यम से वॉच टावर और पहाडिय़ों एवं पेड़ों पर चढ़कर हर समय जंगल में देखते रहते है। इस यंत्र में खास बात ये है कि जंगल में कोई बीमार वन्यप्राणी, मादा गर्भवती वन्यप्राणी, घायल वन्यप्राणी, छोटे वन्यप्राणी है तो वह कौन सी रेंज में है इसका शीघ्र पता चल जाता है। इतना ही नहीं यह यंत्र आगजनी की घटना के बारे में जानकारी लगाने में मददगार साबित हो रहा है।
इनका कहना है
कान्हा नेशनल पार्क के पेंच कॉरीडोर से रेंज जुडऩे से वन्यप्राणियों की संख्या बढ़ी है। गर्मी के दिनों में वनों व वन्यप्राणियों को लेकर वन अमला सजग है। वनों व वन्यप्राणियों पर दूरदर्शी यंत्र से नजर रखी जा रही है। हमारे वनकर्मियों द्वारा हर समय इमानदारी से ड्यूटी की जा रही है।
नरेशकुमार काकोडिय़ा, वन परिक्षेत्र अधिकारी उत्तर सामान्य लामता