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जिले की सभ्यता और संस्कृति को करीब से जान सकेंगे पर्यटक

सांसद और कलेक्टर करेंगे होम शुभारंभ ग्राम पर्यटन समिति की अंतिम दौर में तैयारियां

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मकर संक्रांति से शुरू कर दिए जाएंगे छह होम स्टे

मकर संक्रांति से शुरू कर दिए जाएंगे छह होम स्टे

बालाघाट. पर्यटन प्रेमियों के लिए खुशी की खबर है। 14 जनवरी संक्रांति से जिले में होम स्टे (मड हाउस) का शुभारंभ किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से लगी टेकाड़ी पंचायत के तीन गांव टेकाड़ी, केरा और पीपरटोला में छह होमस्टे की सौगात मिलने जा रही है। सांसद और कलेक्टर को इन होमस्टे का शुभारंभ करने आमंत्रित किया गया है। अनुपमा संस्था और ग्राम पर्यटन समिति युद्ध स्तर पर तैयारियां कर रही है। संस्था पदाधिकारियों के अनुसार होम स्टे और तैयारियों को फाइनल किया जा रहा है। होम स्टे के शुभारंभ को लेकर पर्यटन प्रेमियों में खासा उत्साह बना हुआ है।
अनुपमा संस्था की जिला कोर्डिनेटर भूमि गेडाम के अनुसार मप्र पर्यटन बोर्ड के माध्यम से जनजातीय पर्यटन परियोजना के तहत ग्राम पंचायत टेकाड़ी को चुना गया है। इसमें केरा में चार, टेकाड़ी और पीपरटोला में एक-एक होम स्टे तैयार किए गए हैं। इसका मकसद देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य के बीच ठहरने का मौका देने के साथ ग्रामीणों को पर्यटकों के लिए लोक संस्कृति परंपराओं को प्रदर्शित करने रोजगार से जोडऩा है।


संस्कृति से रूबरू होंगे पर्यटक
बताया गया कि पीपरटोला टेकाड़ी में पर्यटकों को जिले की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलेगा। सांस्कृतिक दल के लिए वाद्ययंत्र एवं वेशभूषा के इंतजाम किए गए हैं। इसका उद्देश्य यह है कि गांव में जब कोई पर्यटक प्रवेश करेगा, तो कलाकार अपनी वेशभूषा में उनका स्वागत करेंगे। इन गांवों में पर्यटन परियोजना के बेहतर संचालन के लिए ग्राम पर्यटन समितियों का भी गठन किया गया है। ताकि ग्रामीण पर्यटन और इको पर्यटन के क्षेत्र में सामूहिक रूप से काम किया जा सके।

ग्रामीणों को मिलेगा रोजगार
गांवों में पर्यटकों के लिए होमस्टे निर्माण और पर्यटकों को यहां की प्राकृतिक छठा की खूबियां बताने की जिम्मेदारी ग्रामीणों को दी गई है। इससे स्थानीय ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार मिलेगा। समिति के माध्यम से ग्रामीण संस्कृति, खानपान, नेचरल ट्रेल गाइड और साहसिक गतिविधियों का संचालन किया जाएगा। समस्त गतिविधियों की जिम्मेदारी ग्रामीणों को सौंपी गई है। इससे उन्हें रोजगार मिलेगा और उनकी आय में वृद्धि होगी।

इनका कहना है।
होम स्टे निर्माण से ग्राम प्रवेश गतिविधियों, लोक संस्कृति, कलाकृति निर्माण जैसे कार्यों के जरिए ग्रामीणों को रोजगार मिलेंगे। होमस्टे हितग्राही को पर्यटन विभाग से प्रशिक्षण एक्सपोजर विजिट आदि कराकर आतिथ्य सत्कार के लिए भी तैयार किया जा रहा है। समय-समय पर बैठके हो रही हैं। ताकि हितग्राही होमस्टे संचालन की बारीकियां सीख सकें। विभाग की आधिकारिक व अन्य वेबसाइट में इन होमस्टे को दर्ज किया गया है। ताकि देश-विदेश का पर्यटक होमस्टे इकाई की बुकिंग करा सके।
भूमि गेड़ाम, अनुपमा एजुकेशन संस्था