बलरामपुर जिले के चलगली थाना अंतर्गत ग्राम कोटरकी निवासी इंजोरिया कोड़ाकू की बेटी 17 वर्षीय सबिना कोड़ाकु ने घर में चूहा मारने वाली दवा का सेवन कर लिया था। इस पर उसे 1 जनवरी को संजीवनी 108 वाहन से जिला अस्पताल बलरामपुर लाया गया। यहां उसे वार्ड में भर्ती कर बॉटल लगा दिया गया।
बेटी का सही इलाज होता तो बच जाती जान
इस मामले में दुखी मां का कहना है कि अगर मेरी बेटी का सही इलाज होता तो उसकी जान बच जाती। उसने सीएमएचओ से दोषी चिकित्सक व स्टाफ नर्स पर कार्रवाई की मांग की है। गौरतलब है कि जिला अस्पताल में इससे पूर्व में भी समय पर उपचार के अभाव में लोगों की जान जा चुकी है।