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बाराबंकी. छह साल पहले पुलिस आरक्षी भर्ती प्रक्रिया के आखिरी पड़ाव तक पहुंचने वाले अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए इच्छामृत्यु की मांग की। इन लोगों ने डीएम उदय भानु त्रिपाठी को ज्ञापन भी सौंंपा। इनका कहना है कि हाईकोर्ट से भी निर्णय उनके हक में आ गया है, बावजूद इसके प्रदेश सरकार उनको ट्रेनिंग पर नहीं भेज रही है। कलक्ट्रेट पहुंचे अभ्यर्थियों ने कहा कि राज्य सरकार अदालत के आदेश के बाद भी नियुक्ति पत्र जारी नहीं कर रही है, जबकि प्रदेश में उनके बाद हुई पुलिस आरक्षी भर्ती के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए हैं। इनका कहना है कि हम लोगों ने लखनऊ में प्रदर्शन किया तो पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया गया, जिसमें सैंकड़ों अभ्यर्थी घायल हो गए।
हम सभी कर लेंगे आत्मदाह-
उन्होंने आगे कहा कि हम लोगों का उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती 2013 का मामला है। हम लोग मेडिकल पास हैं, फिर भी हमें नियुक्ति नहीं दी जा रही है। हम लोगों के बाद कुछ और लोगों का मेडिकल भी कराया गया, लेकिन उन लोगों को भी नियुक्ति नहीं मिल रही है। हाइकोर्ट के फैसले के बाद भी भर्ती बोर्ड मनमाना रवैया अपना रहा है और हम लोगों को नौकरी नहीं दी जा रही है। इनका कहना है कि हम लोगों को शारीरिक और मानसिक रूप से इतना शोषित और परेशान किया जा चुका है कि हमारा आत्म विश्वास समाप्त हो गया है। इसलिए हमारी मांग है कि या तो नियुक्ति दी जाए या फिर हम लोगों को इच्छा मृत्यु की अनुमति मिले। छात्रों ने कहा कि अगर हम लोगों को नियुक्ति नहीं मिली तो सभी सामूहिक आत्मदाह कर लेंगे।
जिला प्रशासन ने दिया जवाब-
वहीं इस प्रदर्शन पर जिला प्रशासन का कहना है कि पुलिस आरक्षी भर्ती 2013 के अभ्यर्थियों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा है। इनका कहना है कि इन लोगों का सेलेक्शन होने के बाद भी नियुक्ति नहीं मिल रही है। इनका ज्ञापन राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। साथ ही नियुक्ति न मिलने को लेकर जो भी कानूनी कार्रवाई हो सकेगी वह की जएगी।
Published on:
17 May 2019 05:38 pm
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