
किडनी मरीजों की लाइफलाइन बनेगा अस्पताल
किशनगंज. आदिवासी क्षेत्र की गिनती में आने वाला किशनगंज अब बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जिले में पहचान बनाएगा।
राज्य सरकार की पहल पर उपखण्ड मुख्यालय पर स्थित सामुदायिक अस्पताल में डायलिसिस सेन्टर शुरू होने जा रहा है। सेन्टर के लिए आवश्यक सभी मशीनें पंहुच चुकी हैं। सेन्टर के लिए आवन्टित कक्ष मे अभी काम जोर-शोर से जारी है। आदिवासी क्षैेत्र के किडनी मरीजों के लिए डायलिसिस सेन्टर लाइफ लाइन बनेगा। पहले छोटे संसाधनों के लिए अस्पताल बाट जोह रहा था। लेकिन अब सरकार बदलने के साथ ही अस्पताल की तस्वीर बदलने लगी है। जिला अस्पताल में डायलिसिस मशीन से किडनी के इलाज की सुविधा मरीजों को मिल रही है। लेकिन जिला मुख्यालय पर होने के कारण मरीजों को सफर तय कर इन्तजार करना पड़ता था। अब जल्द ही यहां सुविधा उपलब्ध होने से ऐसे मरीज, जिन्हें सप्ताह में तीन तीन बार डायलिसिस कराना पड़ता है, उनके लिए सामुदायिक अस्पताल का यह डायलिसिस सेंटर वरदान साबित होगा। डायलिसिस के लिए दो बेड पर दो मशीनें लगाई जाएंगी। सेन्टर के लिए एक चिकित्सक व मेडिकल कर्मी का चयन कर प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा।
प्रोब की मिली अनुमति
परानियां अस्पताल मे रखी सोनोग्राफी मशीन को किशनगंज अस्पताल मे लाकर जल्द ही सोनोग्राफी कक्ष में शिफ्ट किया जायेगा। मशीन से गायब हुए प्रोब की खरीद के मामले मे जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक मे फैसला हो चुका है। जिला कलक्टर से भी अनुमति प्राप्त हो चुकी है। अब जल्द ही प्रोब की खरीद होने पर सोनोग्राफी मशीन की सुविधा भी अस्पताल में शुरू होगी। विधायक ललित मीणा ने बताया कि अस्पताल में मरीजों के लिए डायलिसस सेन्टर बन रहा है। जल्द ही सोनोग्राफी मशीन का भी संचालन होगा। इससे क्षेत्र के मरीजों को लाभ प्राप्त होगा। गर्भवती महिलाओं को सोनाग्राफी सुविधा मिलेगी।
& सेन्टर का कार्य तीव्र गति से चल रहा है। जल्द ही शुरू होगा। सोनोग्राफी सेन्टर भी जल्द शुरू होगा।
प्रदीप नामदेव,
अस्पताल प्रभारी, किशनगंज
Published on:
08 Mar 2024 07:20 pm
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