इससे पूर्व जिले के कई क्षेत्रों से किसान ट्रैक्टर लेकर कृषि मंडी पहुंचे, जहां सभा की गई। सभा को संबोधित करते हुए किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि कृषि लागत मूल्य आयोग की सिफारिश के अनुसार फसलों की बिक्री न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर नहीं हो, यह भारत सरकार की जिम्मेदारी है। लेकिन केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूलय पर फसल खरीद में कुल उत्पादन का 25 प्रतिशत खरीद का निर्णय लिया है। जिससे 75 प्रतिशत उपज एमएसपी से कम दामों पर किसानों को घाटा उठाकर बेचना पड़ रहा है। केंद्र सरकार को एमएसपी से कम भाव पर फसल खरीद नहीं हो, इसके लिए गारंटी कानून बनाना ही होगा। उन्होंने तीनों कृषि बिलों को किसान विरोधी बताते हुए वापस लेने की मांग की है।
सभा के बाद किसान ट्रैक्टरों से रैली के रूप में कृषि मंडी से रवाना हुए, जो धर्मादा संस्था, प्रताप चौक, दीनदयाल पार्क, अंबेडकर सर्किल, एनएच 27 से गजनपुरा, कलक्ट्रेक्ट होते हुए वापस कृषि मंडी पहुंचे। कार्यक्रम में किसान महापंचायत के प्रदेश संयोजक सत्य नारायण सिंह, संभाग संयोजक बजरंगलाल मीणा, जिलाध्यक्ष कैप्टन रघुवीर सिंह, पूर्व सरपंच धर्मराज मेहरा, नहरी संघर्ष समिति अध्यक्ष पवन यादव, किसान महापंचायत महामंत्री प्रतापचंद्र शर्मा, लाल किशोर पांचाल, धर्मसिंह मीणा, बलजीत सिंह नंदगांवड़ी, नगर अध्यक्ष कृष्णमुरारी नागर, जगदीश सिंह अटवाल, सरपंच रमेश मीणा, मनजीत सिंह, राजा शर्मा, कल्याण सिंह मेहता, गजेंद्र सिंह, कमलेश नागर, ओम गोचर, सुरेंद्र यादव व बृजमोहन नागर मौजूद रहे।