
बरेली। एसपी साउथ अंशिका वर्मा अचानक थाना मीरगंज पहुंचीं और अर्धवार्षिक निरीक्षण के दौरान पूरे थाने की व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया। रिकॉर्ड से लेकर रजिस्टर, बैरक से लेकर मालखाना और पुलिसिंग की जमीनी हकीकत तक हर पहलू को उन्होंने बारीकी से परखा। साफ शब्दों में संदेश दिया कि अब लापरवाही, ढिलाई और फाइलों में दबे मामलों की कोई गुंजाइश नहीं है।
सोमवार को निरीक्षण के दौरान एसपी साउथ ने अपराध रजिस्टर, विवेचना फाइलें, जनसुनवाई, महिला व बाल अपराध से जुड़े अभिलेखों को खंगाला। लंबित मामलों पर नाराजगी जताते हुए अफसरों को चेताया कि अब जांच में देरी नहीं, निस्तारण दिखना चाहिए। मालखाना, शस्त्रागार, सीसीटीवी कैमरे, सीसीटीएनएस और चौकी प्रबंधन तक की हकीकत मौके पर ही परखी गई।
सड़क हादसों को लेकर सीसी (क्रिटिकल कॉरिडोर) टीम से एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने सीधी बातचीत की। हादसों के हॉटस्पॉट चिन्हित करने, तेज रफ्तार और लापरवाही पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। कहा कि सड़क पर मौत नहीं, अनुशासन दिखना चाहिए। महिला सुरक्षा को लेकर भी कप्तान का रुख पूरी तरह आक्रमक दिखा। मिशन शक्ति केंद्र की समीक्षा करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा सिर्फ कागजों में नहीं, बल्कि जमीन पर नजर आनी चाहिए। इसी क्रम में थाना परिसर में परिवार परामर्श केंद्र/वात्सल्य केंद्र का उद्घाटन करते हुए कहा कि घरेलू विवाद और महिला अपराध के मामलों में संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई अनिवार्य है।
साइबर अपराधों पर भी एसपी साउथ का तेवर सख्त रहा, साइबर हेल्प डेस्क की कार्यप्रणाली की समीक्षा करते हुए रिकवरी प्रतिशत बढ़ाने, पीड़ितों को तुरंत राहत देने और गांव-गांव साइबर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। ठंड को देखते हुए ग्राम प्रहरियों को कंबल वितरित किए गए। एसपी ने उनकी भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि गांव की पहली सुरक्षा कड़ी वही हैं, इसलिए जिम्मेदारी भी उतनी ही बड़ी है।
निरीक्षण के दौरान थाना परिसर और आसपास अंधेरे को लेकर भी नाराजगी जताई गई और तत्काल प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त कराने के निर्देश दिए गए। इंस्पेक्टर और पुलिस कर्मियों को साफ चेतावनी दी गई कि जनता से व्यवहार मित्रवत हो, लेकिन अपराधियों के लिए पुलिस का चेहरा सख्त दिखना चाहिए। एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने बीट पुलिसिंग, रात्रि गश्त, हिस्ट्रीशीटरों पर निगरानी, संदिग्धों की चेकिंग और जनसुनवाई को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। कहा कि सरकार की सभी योजनाएं समय पर जमीन पर दिखनी चाहिए, वरना कार्रवाई तय है। निरीक्षण के दौरान क्षेत्राधिकारी, प्रभारी निरीक्षक समेत थाना स्टाफ मौजूद रहा। कप्तान के तेवरों से साफ हो गया कि मीरगंज में अब पुलिसिंग पुराने ढर्रे पर नहीं चलेगी।
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Published on:
22 Dec 2025 10:14 pm
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