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प्रदेश में 5 साल में आकाशीय बिजली से गई 179 की जान

-राज्य में पांच सालों में वर्षा जनित हादसों से 378 लोगों की मौत-आकाशीय बिजली गिरने के हादसे अधिक

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प्रदेश में मानूसनी सीजन में साल दर साल हादसे बढ़ते जा रहे है। पिछले पांच सालों में करीब 378 लोग वर्षा जनित हादसों के शिकार हुए है। थोड़ी सी लापरवाही और अनदेखी जान पर बन आती है। अतिवृष्टि के दौरान बहने और तालाबों में डूबने की घटनाओं में सैकड़ों लोग मौत के मुहं में समा गए। पांच सालों में कुल मौतों में आकाशीय बिजली गिरने से 179 लोगों की जान गई।
बारिश के मौसम में सबसे अधिक घटनाएं पिछले दो सालों में आकाशीय बिजली गिरने से हुई है। वहीं पानी के तेज बहाव और नाडी-तालाब और एनिकट में डूबने की घटनाएं भी बढ़ी है। अधिकांश मामलों में कम बरसात वाले क्षेत्रों में अधिका पानी गिरने से भी घटनाएं ’यादा सामने आई है।
5 सालों में 2019 में सबसे ’यादा मौतें
राजस्थान में वर्षा जनित हादसों में पिछले पांच सालों में सबसे ’यादा मौतें साल 2019 में हुई है। इस दौरान कुल 126 लोग हादसों के शिकार हुए। जबकि 2020 में सबसे कम हादसे सामने आए। इस साल में 11 लोग अलग-अलग हादसों के शिकार हुए।
आकाशीय बिजली लील रही जिंदगियां
बरसात के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से पांच सालों में 179 लोगों की मौत हुई है। साल 2021 में आसमानी आफत से सबसे अधिक 71 की जान चली गई। वहीं 2020 में आकाशीय बिजली गिरने से 3 लोग शिकार हुए।
बहने और डूबने की घटनाओं में भी वृद्धि
बारिश के दौरान अतिवृष्टि में बहने और तालाबों आदि में डूबने की घटनाएं काफी बढ़ी है। साल 2018 में पानी में बहने और डूबने की घटनाओं में 7 लोगों की जान चली गई। वहीं 2019 की मानसूनी सीजन में इस तरह की घटनाओं ने 80 की जिदंगिया लील ली।
मौसम विभाग और प्रशासन करता है अलर्ट
मौसम विभाग मानसूनी सीजन में वज्रपात की चेतावनी जारी करता है। वहीं पेड़ों के नीचे और खुले स्थानों पर बरसात के दौरान नहीं जाने की सलाह भी देता है। बारिश के दौरान कमजोर संरचनाओं से भी दूर रहने का कहा जाता है। बारिश की सीजन में प्रशासन भी लोगों को तालाबों में पानी की आवक होने पर नजदीक नहीं जाने और रपट पर बहाव के दौरान नहीं निकलने को लेकर सावधान करता है। इसके बावजूद कई लोग लापरवाही बरतते है। जिससे वर्षाजनित हादसों में बढ़ोतरी हो रही है।

पिछले पांच सालों में प्रदेश में वर्षाजनित हादसों में मौतें
साल ..आकाशीय बिजली.. बहने/डूबने ..दीवार/मकान ढ़हने

2018 : 10.......... 07 ..........00

2019 : 27 .........80 .........19

2020 : 03 .........08 .........00

2021 : 71 .........36 .........17

2022 : 68 .........26 .........16