ये भी पढ़े… सकारात्मक शिक्षा एवं जागरूकता सेमिनार आयोजित बाड़मेर. जिन्दगी को सही और नई दिशा देने के लिए सम्प्रेषण बेहतरीन होना चाहिए। बदलते वक्त की नजाकता को समझते हुए मातृभाषा, राष्ट्रभाषा और अंतरराष्ट्रीय भाषा पर पकड बनाना जरुरी है । यह विचार शनिवार को नेहरू युवा केंद्र की ओर से जाट चेरीटेबल ट्रस्ट में आयोजित सकारात्मक शिक्षा एवं जागरूकता विषय पर सेमिनार में डॉ. बंशीधर तातेड़ ने व्यक्त किएं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. अरुणा ने कहा कि जागृत विवेक, सही दिशा और सकारात्मक सोच से लक्ष्य की प्राप्ति संभव है ।
हिंदी के आचार्य डॉ. आदर्श किशोर ने कहा कि शिक्षा व्यक्ति के अन्दर जूनून पैदा करती है। शिक्षा से ही भविष्य का निर्माण किया जा सकता है। कार्यक्रम संयोजक कैलाश कुमार ने स्वागत भाषण दिया। इस दौरान स्व प्रस्तुति और प्रश्नोत्तर राउंड का आयोजन किया गया।
विजेता प्रतिभागी अभिमन्यु, तिलोकाराम, पूनमाराम, मोहनलाल को पुरस्कृत किया गया। संचालन खेतसिंह सुथार ने किया।