11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जिसके लिए तीन साल तरसे वह इस बार मिला भरपूर

बीते तीन सालों से सूखे की मार झेल रहे बेमेतरा जिला में इस बार उम्मीद से कहीं बेहतर बारिश हुई है।

2 min read
Google source verification
rainfall in bemetara

rainfall in bemetara

बेमेतरा. बीते तीन सालों से सूखे की मार झेल रहे बेमेतरा जिला में इस बार उम्मीद से कहीं बेहतर बारिश हुई है। चालू मानसून सीजन में प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र के सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर जिले के अलावा बेमेतरा में ही औसत से 20 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। कृषि पर पूरी तरह से निर्भर जिले में हुई अच्छी बारिश की वजह से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं।

सुकमा और बीजापुर के बाद बेमेतरा

मौसम विभाग के अनुसार, एक जुलाई से शुरू हुए मानसून सीजन में 26 अगस्त की स्थिति में प्रदेश के दक्षिण क्षेत्र के अलावा मध्य और उत्तर क्षेत्र के केवल एक जिले में ही औसत से अधिक बारिश हुई है, और वह जिला बेमेतरा है। जिले में अब तक एक जुलाई से 26 अगस्त की स्थिति में 1016.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है, जबकि इस दौरान का औसत 777.0 मिलीमीटर का है। इस तरह से अब तक जिले में 31 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। वहीं बेमेतरा से लगे मुंगेली और राजनांदगांव जिले में औसत से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है।

सबसे अधिक बारिश सुकमा में

प्रदेश में चालू मानसून सीजन में औसत के हिसाब से अब तक सबसे अधिक बारिश सुकमा में औसत से 66 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई है, जहां 881.9 मिमी औसत बारिश की तुलना में 1460.2 मिमी बारिश हुई है। इसके बाद बीजापुर का स्थान आता है, जहां 61 प्रतिशत औसत से ज्यादा बारिश हुई है, जहां 10170.9 मिमी औसत बारिश की तुलना में 1723.7 मिमी बारिश हुई है। इसके बाद बेमेतरा जिले का नंबर आता है। इसके अलावा नारायणपुर में 27 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, जहां औसत 951.3 मिमी बारिश की तुलना में 1205.6 मिमी बारिश हो चुकी है।

सावन के अंतिम दिन बरसते रहे बादल

बेमेतरा. सावन के अंतिम दिन जिले के सभी क्षेत्र में अच्छी बारिश दर्ज की गई। जिला मुख्यालय के साथ-साथ नवागढ़, बेरला और साजा क्षेत्र में सुबह से लेकर देर रात तक मध्यम से हल्की बारिश होती रही। दिनभर मौसम के बदले रुख के बावजूद रक्षाबंधन पर्व की वजह से सड़क पर दो पहिया और चार पहिया वाहनों की हलचल नजर आती रही।