सरकार बदलने की सूरत में इन दिनों सबसे ज्यादा मुश्किल ऐसे मरीजों को हो रही है, जिनका चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा खत्म हो गया है और आयुष्मान में रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। ऐसे मरीजों को किसी भी योजना का लाभ अस्पताल में नहीं मिल रहा है। ऐसे मरीजों को सरकारी अस्पतालों में भी पैसा देकर इलाज कराना पड़ रहा है। चिकित्सक को दिखाने और दवा लेने तक तो ठीक है, लेकिन भर्ती होने वाले मरीजों को इससे बहुत मुश्किल हो रही है। सरकारी में भी पैसा खर्च करने वाले मरीज निजी अस्पतालों का रुख कर रहे हैं।
17 तक महज 24.48 प्रतिशत रही प्रगति
हाल ही में 17 जनवरी को उपखण्ड अधिकारी रवि कुमार ने जिला स्तरीय अधिकारियों, शहरी एएनएम एवं आशा सहयोगिनीयों की आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत आयुष्मान कार्ड की ई-केवाईसी की प्रगति की समीक्षा बैठक ली थी। इसमें शहर भरतपुर की प्रगति महज 22.48 प्रतिशत रही।
इस पर उन्होंने खासी नाराजगी जाहिर करते हुए इस माह का वेतन भुगतान नहीं करने के आदेश प्रदान किए थे। उन्होंने आदेश दिए थे कि तीन दिन में जिस एएनएम एवं आशा के कार्यक्षेत्र में शत प्रतिशत/सेचुरेशन आयुष्मान कार्ड की ई-केवाईसी का कार्य पूर्ण नहीं होता है, उस एएनएम/आशा का इस माह का वेतन का भुगतान नहीं किया जाए। साथ ही कार्य में लापरवाही बरतने पर अनुशासतमक कार्रवाई अमल में लाई जाए।
भारतपुर जिले में…
ब्लॉक-लक्ष्य- पेंडेंसी- प्रतिशत
रूपवास- 59472- 12754- 78.55
सेवर- 81962- 22318- 72.77
वैर- 60178- 12276- 79.60
भुसावर- 53070- 13564- 74.44
बयाना- 66982- 12135- 81.88
उच्चैन- 67271- 18777- 72.09
नदबई- 60823- 13444- 77.90
शहर में…
यूपीएचसी- लक्ष्य- पेंडेंसी- प्रतिशत
तिलक नगर- 10958- 6927- 36.79
आनंद नगर- 11266- 7358- 34.69
पुलिस लाइन- 7246- 4432- 38.84
अटलबंध- 11794- 6799- 42.35
पुष्पवाटिका- 6913- 4729- 31.59
(रिपोर्ट 18 जनवरी तक)
यह हैं आयुष्मान कार्ड के लाभ
– प्रत्येक पात्र परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख रुपए तक का निशुल्क उपचार का लाभ मिलेगा।
– योजना में पंजीकृत परिवार को देशभर के किसी भी चिह्नित सरकारी या निजी अस्पताल में मुफ्त इलाज की सुविधा।