इंटक को मजबूत करना है उद्देश्य,
भिलाई. टाउनशिप स्थित इंटक दफ्तर में सोमवार की शाम से मंगलवार की सुबह तक मतगणना की गई। सबसे आखिर में इंटक के महासचिव पद वंश बहादुर सिंह और संजय साहू के मध्य एक-एक वोट को लेकर कांटे की टक्कर रही। आखिर में संजय साहू को 116 और वंश बहादुर सिंह को 117 वोट मिला। इस तरह से 1 वोट से वंश बहादुर सिंह ने चुनाव जीत लिया। वहीं कार्यकारी अध्यक्ष पद पर पूरन वर्मा और एसके बघेल ने जीत हासिल की। इसके पहले डॉ. जी संजीवा रेड्डी को सर्वसम्मति से यूनियन का अध्यक्ष चुना गया।
जीत का सेहरा इनके सिर भी सजा
मतगणना के बाद अतिरिक्त महासचिव के पद पर शेखर कुमार शर्मा का निर्वाचन हुआ। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पीवी राव, संतोष किचलू, चंद्रशेखर सिंह, एस रवि, उपाध्यक्ष सच्चिदानंद पांडे, रमेश कुमार तिवारी, अजय कुमार मार्टीन, सुनील कुमार खिचरिया, गिरिराज देशमुख, मदनलाल सिन्हा, राजाराम पांडे, राजन मैथ्यू, उप महासचिव पद पर धनेश प्रसाद, रमाशंकर सिंह, विपिन बिहारी मिश्रा, सीपी वर्मा, जयंत कुमार वराटे, पीके विश्वास, शिव शंकर सिंह, अनिमेष पसीने, वरिष्ठ सचिव के पद पर रेशम लाल राठौर, के.रमन मूर्ति, राजकुमार गुरुदेव साहू, ज्ञानेंद्र पांडेय, जीके अग्रवाल निर्वाचित हुए।
सचिव पद पर इनको मिली सफलता
सचिव के पद पर गणेश राम सोनी, डी शंकर, जसवीर सिंह, ताम्रध्वज सिन्हा, मुकेश तिवारी, चंद्रशेखर सोनी, राजकुमार गोविंद राम राठौर, दीपक कुमार पांडे, अजीत कुमार सोनी, किशोर कुमार प्रधान, एसपी सिंह, जय किशोर, ब्रमहे विंसेंट परेरा, गुलाब दास, राममूर्ति एके चक्रवर्ती, प्रकाश माहले, रामजीत सिन्हा, राकेश कुमार तिवारी, ललित कुमार साव, रमाकांत निषाद, एम सुंदरमूर्ति, सुनील कुमार खरवार विजय विश्वकर्मा, एसजी चौहान, रमेश पाल, आरिफ मंजर प्रमुख हैं।
इंटक को मजबूत करना है उद्देश्य
इंटक यूनियन के महासचिव पद पर जीत के बाद वंश बहादुर सिंह ने बताया कि उनका उद्देश्य इंटक को मजबूत करना है। करीब 150 पुराने कार्यकर्ताओं को जोड़ा है। यूनियन से जो दूर हो रहे थे, उनको पुन: जोडऩे का काम किया जाएगा।
कर्मियों के अधिकार के लिए किया जाएगा आंदोलन
वेतन समझौता को लेकर पूछने पर उन्होंने बताया कि यह विषय सेंट्रल का है। केंद्र संगठन से जैसा दिशा निर्देश आएगा। वैसे आंदोलन किया जाएगा। बीएसपी कर्मियों की परेशानियों को भी उच्च प्रबंधन तक पहुंचाने का काम किया जाएगा।
कर्मियों को चाहिए नए आवास
बीएसपी के पुराने आवासों की हालत खराब है। सीपेज व दूसरी शिकायतें है। संयंत्र कर्मियों को नए आवास चाहिए। इसको लेकर प्रबंधन से चर्चा की जाएगी।
एचआरए का मसला भी है बड़ा
बीएसपी के कर्मियों को नए वेतनमान के मुताबिक हाउस रेंट एलाउंस दिया जाए। यह मांग भी अहम है। इसको लेकर उच्च प्रबंधन पर दबाव बनाया जाएगा।