स्वास्थ्य कर्मचारियों के इस आंदोलन में स्टाफ नर्स भी शामिल हैं, लेकिन आवश्यक सेवा के तहत कर्मचारी संगठन ने निर्णय लिया था कि स्टाफ नर्स रोज की तरह वार्डो में ड्यूटी करेंगी। ड्यूटी के बाद चाहे तो वे धरना स्थल पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकती हैं। जिला अस्पताल में फस्र्ट शिफ्ट ड्यूूटी करने वाली स्टाफ नर्स दो बजे के बाद पंडाल पहुंचकर धरना प्रदर्शन में शामिल हुईं।
जिले के करीब ढाई सौ स्वास्थ्य कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहे। इस दौरान वे जिला अस्पताल के सामने धरने पर बैठे रहे। कर्मचारियों को कर्मचारी संघ के राकेश तिवारी, सैय्यद असलम, प्रमेश पाल, अजय नायक, बीएल वर्मा, गोविंद सिंह आदि ने संबोधित किया। बाद में वे रैली की शक्ल में कलक्टोरेट पहुंचे और मांग पत्र सौंप कर लौटे।
पांचवा व छटवां वेतनमान की विसंगति को दूर किया जाए। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य कर्मचारियों को सेंट्रल वेतन मान दिया जाए। चार स्तरीय पदोन्नति वेतनमान दिया जाए। सातवा वेतनमान का अनुवांसिक भत्ते के साथ अन्य लाभ दिया जाए। पदोन्नति वर्ग के लिए जल्द सूची जारी किया जाए।
पाटन- 100 कर्मचारी
धमधा- 55 कर्मचारी
सुपेला, कुम्हारी, वैशाली नगर, चोरादा दुर्ग ग्रामीण के- 150 कर्मचारी।