
Several samples of the government seed corporation in MP failed
भीलवाड़ा में मेघ इस बार जुलाई के बजाय जून में ही मेहरबान हो गए। जिले में कई जगह अच्छी बरसात के बाद किसानों ने खेतों का रुख कर लिया है। खेतों में गीत गाते किसान ट्रैक्टर व बैलों से जुताई कर रहे हैं। जिले में सभी जगह अच्छी बरसात होने से बुवाई का लक्ष्य 10 प्रतिशत तक पहुंचा है। लगातार बारिश होने से यह आंकड़ा तेजी से बढ़ेगा।
कृषि विभाग की ओर से इस बार 4 लाख 44 हजार हैक्टर में बुवाई का लक्ष्य तय किया है। जो पिछले साल की तुलना में 32 हजार हैक्टेयर ज्यादा है। पिछले साल जिले में 4 लाख 12 हजार हैक्टेयर में बुवाई हुई थी।
जिले में पिछले साल 3 लाख 91 हजार हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बुवाई की थी। कृषि विभाग के अनुसार इस साल बुवाई के बाद 70 हजार टन खाद की आवश्यकता होगी। किसानों की माने तो पिछले साल की तुलना में किसानों में इस बार मूंग व मोठ की बजाए खरीफ सीजन में दलहन के साथ तिलहन की फसल की बुवाई के प्रति किसानों का रुझान रहेगा। अभी जिले में कपास की बुवाई चल रही है। लेकिन मक्का, चावल, ज्वार, बाजरा, मूंग, उड़द, मूंगफली, तिल, सोयाबीन, गन्ना, ग्वार व अन्य फसलों की बुवाई होगी।
कृषि विस्तार के संयुक्त निदेशक विनोद कुमार जैन ने बताया कि विभाग की ओर से खरीफ सीजन में किसानों को मिनीकिट का आवंटन किया जा रहा है। किसानों को गुणवत्ता परक खाद-बीज मिले इसके लिए विशेष अभियान चलाया गया है।
फसल लक्ष्य
Published on:
25 Jun 2025 08:44 am
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