ये कहना था मशहूर कवि और अभिनेता शैलेष लोढ़ा का। टीवी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ समेत कई टीवी कार्यक्रमों का हिस्सा रहे कवि लोढ़ा भीलवाड़ा महोत्सव के पहले दिन शुक्रवार शाम कवि सम्मेलन में राजेन्द्र मार्ग स्कूल मैदान के मंच पर अपनी रचनाएं सुना रहे थे। इस दौरान लोगों ने वीडियो बनाने के लिए मोबाइल निकाले तो लोढ़ा ने उन्हें इस तरह समझाया।
उन्होंने कहा कि एक लड़की कॉलेज में मुझसे बोली कि तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकती हूं। मैंने कहा चल 29 का पहाड़ा सुना। एक मिनट में गायब हो गई। इस बीच मंच संचालक संजय झाला पर चुटकी लेते हुए शैलेष बोले कि तुम लुगाइयों की बात कर रहे थे। जरा लुगाइयों की इज्जत करो, शर्म करो थोड़ी। ये भीलवाड़ा की लुगाइयां हैं, डिब्बा हिलाकर बता देती हैं कि अंदर राई है या जीरा है..।
हमारे पास तो सिर्फ शब्द हैं लोढ़ा ने कहा कि भीलवाड़ा के लोग कविता के असली प्रेमी हैं। यहां कोई सलमान खान, शाहरुख खान या अमिताभ बच्चन नहीं हैं। यह हिंदी कविता की ताकत है, जो आपको घरों से बाहर निकाल कर लाती है और यहां चार घंटे तक बैठा कर रखती है। मैं शौर्य की भूमि को प्रणाम करना हूं।
कवि सम्मेलन में लोढ़ा के अलावा गोविन्द राठी, पार्थ नवीन, अशोक चारण, महिला कवियत्रि डॉ. भुवन मोहनी तथा संजय झाला ने हास्य, शृंगार, वीर रस की कविताएं सुनाई। मृतकों को दी श्रद्धांजलि कवि लोढ़ा ने माइक संभाला तो पूरा पांडाल तालियों से गूंज उठा। शौर्य भूमि को प्रमाण करते हुए कहा आई लव यू मेरी जान तो सभी ने तालियों से अभिनन्दन किया। लोढ़ा ने जयपुर में हुए हादसे में भीलवाड़ा के 8 जनों की मृत्यु पर नमन किया। उन्होंने कवि सम्मेलन को लेकर हमीरगढ़ के कवि बंशीलाल बेकारी को याद किया। लोढ़ा ने अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि कैसे वह अभिनय, लेखन और कॉमेडी जैसे कई पेशों में आए। इस दौरान उन्होंने जोधपुर में बिताए समय को याद करते हुए अपने कुछ बचपन के किस्से भी सुनाए।
जिला कलक्टर जसमीत संधू, उदयपुर कलक्टर नमित मेहता, पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह, एडीएम ओपी मेहरा, एडीएम शहर प्रतिभा देवटिया तथा जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबन्धक राहुल देव सिंह ने कवियों का स्वागत किया। कवि सम्मेलन के बाद रात 12.30 बजे लेजर शौ का आयोजन किया गया। इसे देखने के लिए देर रात तक लोग राजेन्द्र मार्ग स्कूल मैदान पर डटे रहे।