
MGH develop mental disease ward in bhilwara
भीलवाड़ा।
मेडिकल कॉलेज इसी साल शुरू होने के क्रम में महात्मा गांधी चिकित्सालय में विस्तार तेजी से चल रहा है। अस्पताल में अब जल्द ही मानसिक रोग वार्ड बनाया जाएगा। इसके साथ ही चर्म रोग, दन्त रोग व नाक, कान, गला रोग का भी अलग से वार्ड बनाएं जाएंगे। अभी वार्ड के नहीं होने से चिकित्सक व मरीज दोनों को ही परेशानी होती है।
मरीजों को आउटडोर में परामर्श मिल जाता था लेकिन उन्हें भर्ती करने में समस्याएं आती है। बेड खाली होने की स्थिति में तो उन्हें अन्य वार्डो में भर्ती कर लिया जाता है लेकिन जब बेड खाली नही होते है तब मरीजों को दुविधाओं का सामना करना पड़ता है। वार्ड नही होने से 4-5 मरीजों से ज्यादा भर्ती भी नही किए जा सकते है।
लम्बे समय से वार्डों की कमी से जूझ रहे एमजीएच में जल्द ही चार नए वार्ड बनेंगे। बीते दिनों विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल की अध्यक्षता में हुई डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट की बैठक में प्रस्ताव पारित हो गया था। अस्पताल प्रशासन को अब स्वीकृति व बजट का इंतजार है। जैसी ही बजट मिलता है। आउटडोर की द्वितीय मंजिल पर इन वार्डों का निर्माण शुरू किया जाएगा। सभी वार्डों में 20 -20 बेडों की क्षमता रहेगी। अभी मरीजों को मेल- फिमेल के मेडिकल व सर्जिकल वार्ड में भर्ती कर काम चला रहे हैं।
इन वार्डों के निर्माण के बाद एक साथ 20 मरीजों को भर्ती कर तत्काल ऑपरेशन किए जा सकेंगे। मानसिक रोगियों के लिए अलग वार्ड बनने से आम मरीजों को एेसे रोगियों के साथ रहने से मुक्ति मिलेगी। चर्म रोगियों से पीडि़त मरीजों को भी वातानुकुलित स्थान मिल सकेगा। अस्पताल के पीछे मातृ एवं शिशु चिकित्सालय का निर्माण कराया लेकिन वह भी मरीजों की संख्या को देखते हुए कम पड़ रहा है। एेसे में गायनिक वार्डो का भी विस्तार किया जाएगा। वर्तमान में महात्मा गांधी 300 बेड की क्षमता का अस्पताल है लेकिन इसे 500 बेड का करने का प्रयास जारी है।
बजट का इंतजार
वार्ड निर्माण के लिए अस्पताल प्रशासन का प्रस्ताव डीएमएफटी की बैठक में पारित हो गया था। अस्पताल प्रशासन को अब स्वीकृति व बजट का इंतजार है। स्वीकृति व बजट मिलते ही जल्द निर्माण कार्य प्रांरभ कर दिया जाएगा।
एसपी आगीवाल, पीएमओ
Published on:
01 Jun 2018 03:48 pm
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