मांडलगढ़ पुलिस उप अधीक्षक ज्ञानेन्द्रसिंह ने बताया कि सोमवार शाम को करीब छह बजे नौ साल बालिका अपनी छोटी बहन को साथ लेकर दुकान पर बिस्किट लेने गई थी। वहां दुकान पर 65 वर्षीय दुकानदार बैठा था। दुकानदार ने नौ साल की बालिका को दुकान में खींच लिया जबकि उसकी छोटी बहन सड़क पर खड़ी रही। दुकान के अंदर ले जाकर दुकानदार ने उसके साथ बलात्कार किया।
घर नहीं पहुंचने पर तलाशते हुए मां पहुंची
काफी देर तक दोनों बेटियों के घर नहीं लौटी तो चिंतित मां उन्हें तलाशने निकली।पर मां को चिंता हुई। रास्ते में छोटी बेटी रोते हुई मिली। मां ने बड़ी बेटी के बारे में पूछा तो उसने दुकान के अंदर जाने की बात कही। मां दुकान पर पहुंची। दुकान के अंदर बड़ी बेटी रो रही थी। उसे घर लाकर बातचीत की तो उसने बलात्कार की बात कही। यह सुनकर मां दंग रह गई। वह बेटी को अस्पताल लेकर आई। यहां प्राथमिक उपचार हुआ। सूचना पर थानाप्रभारी सुरेश चौधरी भी अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने वारदात की जानकारी के लेने के बाद पीड़िता का मेडिकल कराया। परिजनों की रिपोर्ट पर पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया।
राज खुला तो घर से भागा, धरा गया
इस बीच राज खुलने पर आरोपी दुकानदार घर से भाग गया। पुलिस ने टीम बना उसकी तलाश में दबिश दी। देर रात दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया गया। उसे मंगलवार को पॉक्सो अदालत में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया। सूचना पर बूंदी के पूर्व जिला प्रमुख व कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के कोटा संभाग कन्वीनर राकेश बोयत पीड़िता के गांव पहुंचे व परिजनों से मिले। उन्होंने इसे जघन्य अपराध बताते हुए अभियुक्त को कड़ी सजा देने की मांग की।