READ: सफाईकर्मियों के 320 पद, पहले दिन फार्म लेने आए हजारों लोग जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाडऩे की घटनाओं के चलते राज्य सरकार ने जिला मुख्यालय पर चार फरवरी 2016 को आरएसी की तीसरी बटालियन
बीकानेर की एक कम्पनी तैनात की थी। इसके साथ जिला मुख्यालय पर आरएसी की दो कम्पनी हो गई है। इनमें नौंवी बटालियन टोंक कम्पनी सात वर्ष पहले से तैनात है। पुलिस प्रशासन आरएसी की दोनों कम्पनी की सेवा ले रही है।
READ: पटेलनगर टैंक हादसा: मृतकों के शव घर पहुंचे तो देखने वालों की आंखें हुई नम जिले में साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाडऩे के प्रयास की घटना पर नियंत्रण एवं शांति व कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार ने भीलवाड़ा में आरएसी बटालियन की घोषणा वर्ष 2008 में की थी। इसके अनुरुप जिला प्रशासन ने 25 फरवरी 2010 को सांगानेर के निकट साकरिया खेड़ा में आराजी संख्या 905 में 200.05 बीघा भूमि चिन्हित की, लेकिन इसमें 100 बीघा भूमि ही आवंटित हुई।
इसके लिए पुलिस अधीक्षक को प्रभारी बनाया गया। प्रशासन ने 27 जनवरी 2011 को आवंटित भूमि की चाारदीवारी के आदेश किए लेकिन आवंटित भूमि की रजिस्ट्री उप पंजीयन कार्यालय में नहीं होने से
काम शुरू नहीं हो सका। इसके बाद प्रभारी अधिकारी एसपी प्रदीप मोहन शर्मा ने भूमि की रजिस्ट्री आरएसी के पक्ष में करने के फिर प्रयास किए। स्थानीय आरएसी कमांडेड ओमप्रकाश भी रजिस्ट्री कार्य जल्द पूर्ण कराने और आवंटित जमीन पूर्णत आरएसी के आधिपत्य में आ सके, इसके लिए विभागीय स्तर पर जुटे हुए थे।
जल्द होगी स्थापना
आरएसी के नाम पर जमीन आवंटन पूर्व में करवा ली थी, अब रजिस्ट्री भी हो गई। जमीन का कब्जा आरएसी ने संभाल लिया। यहां जल्द बटालियन की स्थापना हो, एेसे उच्च स्तरीय प्रयास होंगे।
प्रदीप मोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक
सौ बीघा की रजिस्ट्री
बटालियन को आवंटित सौ बीघा भूमि की रजिस्ट्री के लिए आरएसी ने दस्तावेज पेश किए थे। जांच के बाद १२ अप्रेल को रजिस्ट्री आरएसी के नाम कर दी। उसका मालिकाना हक हो गया।
नीता बसीटा, सब रजिस्ट्रार (पंजीयन)