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थाना प्रभारी मोतीराम रायका ने बताया कि माणिक्यास निवासी मीना भील का ससुराल पनोतिया गांव में है। मीना को करीब सात दिन पहले उसके पिता ससुराल से गांव माणिक्यास लाए थे। विवाहिता मीना देर रात कमरे सोने गई और अंदर से कुंदी बंद कर के फांसी लगा ली। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए शव नीचे उतारकर अंतिम संस्कार कर दिया। अंतिम संस्कार के समय मृतका का चचेरा भाई सुखदेव खुद पर पेट्रोल छिड़ककर जलती चिता में कूद पड़ा। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बड़ी मशक्कत से चिता से बाहर निकाला। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में इलाज भर्ती करवाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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पर्ची पर लिखा-सच तो मेरे साथ चला गया
बागोर के थाना प्रभारी मोतीराम रायका ने बताया की चिता में कूदने से पहले एक पर्ची लिख कर छोड़ी थी लेकिन वो कम पढ़ा लिखा था। उसने लिखा की सब को राम-राम। कोई कुछ भी कहे वो सच नहीं। सच तो मेरे साथ चला गया। इसमें किसी की कोई गलती नहीं है। जो कर रहा हूं मन से कर रहा हूं। किसी पर कोई दबाव न डालें।