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MP News: मध्यप्रदेश की भिंड पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लोगों को लोन और पैसों का लालच देकर उनके खातों को लेकर उनमें ठगी के रुपयों को ट्रांसफर करने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के पांच बदमाशों को जयपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह दुबई के साइबर फ्रॉड गिरोह के लिए काम कर रहे थे। गिरोह के कहने पर ही ठग लोगों से बैंक खाते लेकर उनमें आने वाली ठगी की राशि से अपना 30 प्रतिशत कमीशन काटकर दुबई के मुख्य ठग को ट्रांसफर कर देते थे।
डॉ. असित यादव ने बताया ऊमरी निवासी फरियादी मनदीप सोनी पुत्र मूलचंद सोनी से राजस्थान के ठगों ने लोन दिलाने के नाम पर खाते और एटीएम कार्ड ले लिए। कुछ महीनों तक सोनी को ठगों ने गुमराह किया और उनके बैंक खाते से 50 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन कर लिया। बैंक ने जब सोनी को समन भेजा तो उन्होंने मामले की शिकायत ऊमरी थाने में की। पुलिस ने आरोपी संजय उर्फ अनंत, राजेश उर्फ राज, राहुल सैनी निवासी सीकर राजस्थान, उमेश दूत निवासी झूंझनू राजस्थान, इश्तयाक खान निवासी जोधपुर के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया। आरोपियों को गिरफ्तार करने ऊमरी टीआई शिवप्रताप सिंह कुशवाह, बरोही थाना प्रभारी अतुल भदौरिया आदि की टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सभी राजस्थान के रहने वाले हैं तथा आम जनता के साथ लोन, सरकारी नौकरी तथा अन्य प्रकार से पैसे कमाने का लालच देकर उनसे उनके खाते ले लेते थे। उन खातों का उपयोग वह ऑनलाइन गेमिंग, डिजिटल अरेस्ट, सायबर फॉड से आई हुई राशि के लेनदेन में उपयोग करते थे। आरोपियों ने फरियादी मनदीप एवं उसके साथी से छलपूर्वक प्राप्त किये गये बैंक खातों में करीबन 3 करोड़ रूपए से अधिक का लेनदेन अभी तक सामने आया है।
इसके साथ ही आरोपियों ने जिले के और भी लोगों के खाते इसी तरह लेकर उपयोग किया है। पुलिस ने ठगों के कई राज्यों में खाते सीज कराए हैं साथ ही उनसे एक लाख रुपए होल्ड भी करवाए हैं। पुलिस ने आरोपियों से एक कार, आठ मोबाइल, एक लैपटॉप, एक सिमकार्ड, एक कार्ड रीडर, चार पैन कार्ड, सात एटीएम कार्ड. एक पासबुक, चार आधार कार्ड और दो चेकबुक जब्त की हैं।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका एक दोस्त ने बताया कि एक टेलीग्राम ग्रुप है इसमें ऑनलाइन गेम की लिंक के जरिए पैसा कमाया जाता है। इस ग्रुप से ही सभी पांचों आरोपी जुड़े पहले यह लोग ऑनलाइन गेमिंग के जरिए पैसा कमाने लगे। इसके बाद वह दुबई में बैठे गिरोह के सदस्यों से संपर्क में आए। तभी से इन लोगों ने खाते लेकर उनके जरिए कमीशन का पैसा काटकर बाकी के रुपए दुबई में बैठे लोगों तक पहुंचाना शुरू किया था। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने अभी तक 25 लोगों के खाते लेने की बात स्वीकार की है।
एसपी डॉ असित यादव ने कहा है कि पैसों के लालच में आकर किसी भी व्यक्ति को अपने बैंक एटीएम आधार कार्ड एवं अन्य दस्तावेज न दें। किसी अंजान व्यक्ति से अपने खाते में पैसों का लेनदेन न करें। सोशल मीडिया एवं अन्य एप्स के माध्यम से ऑनलाइन गेमिंग से पैसे कमाने के झांसे में न आए, यह पूर्णत: प्रतिबंधित व गैरकानूनी है। सायबर फॉड होने पर तत्काल सायबर हेल्पलाईन नंबर 1930 पर कॉल कर इसकी जानकारी दे एवं अपने नजदीकि थाने पर इसकी सूचना दें।
Published on:
27 Dec 2025 08:49 pm
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