
विद्यालयों के कायाकल्प में लापरवाही, 35 इंजीनियर और सचिव पर कार्रवाई
भिण्ड. एकीकृत विद्यालय भवन के कायाकल्प में 35 शाला प्रबंधन समितियों की लापरवाही सामने आई है। कार्य की धीमी गति को देखते हुए कलेक्टर ने कार्य की देखरेख कर रहे उपयंत्री और सचिव का सात-सात दिवस का वेतन काटने के निर्देश जारी किए हैं, वहीं अध्यक्षों को पद से प्रथक किया गया है।
जिले में 138 स्कूल के जर्जर भवनों का कायाकल्प होना है। इसके लिए राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल से स्कलों में निरीक्षण उपरांत मरम्मत की 50 प्रतिशत राशि शाला प्रबंधन समिति के खाते में भेजी है। कार्य की समय सीमा 31 मार्च रखी गई थी, लेकिन बजट देरी से आने के कारण ज्यादातर शालाओं में काम शुरू ही नहीं किया गया। समितियों के अनुरोध पर प्रशासन ने 20 अप्रैल तक कार्य की अवधि बढ़ा दी थी, लेकिन खातों में राशि पहुंचने के बाद भी 35 विद्यालय के भवन जर्जर भवनों में काम शुरू नहीं किया गया है।
3.03 करोड़ राशि मरम्मत को भेजी
स्कूल भवनों में 80 हजार से 2 लाख 93 हजार रुपए की राशि प्रत्येक शाला को भेजी जा रही है। कार्य पूरा होने पर 20 अप्रैल को मूल्यांकन उपरांत बकाया 50 फीसदी राशि के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। भवनों में कायाकल्प के दौरान शौचालय, दीवारें, सीङ्क्षलग, फर्सी, दीवारों में क्रेक, दरबाजे, जर्जर छत को दुरस्त करना है। इसके साथ ही रंगाई-पुताई, दीवारों पर वॉल पेंङ्क्षटग और चित्र बनाए जाएंगे।
कलेक्टर ने की समीक्षा
कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने हाल ही में कायाकल्प की समीक्षा की है। समीक्षा के दौरान 35 समितियों का कार्य निराशाजनक रहा है। उक्त सभी समिति के अध्यक्ष-सचिवों से कार्य न कराने की स्थिति में राशि वसूल की जाएगी। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा गुरुवार तक कलेक्टर के समक्ष सूची जारी की जाएगी।
&स्कूल भवनों के कायाकल्प में लापरवाही बरतने वाले शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष-सचिव और उपयंत्रियों पर कार्रवाई की है। 20 अप्रैल तक कार्य पूरा न करने पर राशि वसूली की कार्रवाई करेंगे।
रविशंकर शर्मा, एई, राज्य शिक्षा केंद्र भिण्ड
Published on:
12 Apr 2023 05:44 pm
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