National Highway 719: नेशनल हाईवे 719 (भिण्ड-ग्वालियर) को 6 लेन बनवाने की मांग को लेकर डेढ़ साल से आंदोलन कर रहे संतों का धैर्य जवाब दे गया। सोमवार को उन्होंने मालनपुर के पास बरेठा टोल प्लाजा का बूम बैरियर उठाकर तीन घंटे तक वाहनों की मुफ्त आवाजाही करवाई। इस दौरान टोल के बगल में ही टैंट लगाकर संतों ने धरना दिया। मप्र विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे भी इस धरने में शामिल हुए।
नेशनल हाईवे पर आए दिन हो रहे सडक़ हादसों मेंं हर साल सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। जिससे क्षुब्ध होकर संतों ने वर्ष 2024 में 30 सितंबर को कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना दिया था। लेकिन प्रशासन ने छह माह में काम शुरू करवाने का आश्वासन देकर आंदोलन खत्म करवा दिया था। जब प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी तो संतों ने खंडा रोड पर फिर अनशन आंदोलन शुरू कर दिया था। इस आंदोलन को भी छह माह समय देकर नेताओं ने खत्म करवा दिया था। बाद में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं नितिन गडकरी से भेंट में भी छह माह में निर्माण शुरू करवाने का आश्वासन दिया था। लेकिन जब काम नहीं हुआ तो नवंबर और फिर दिसंबर में आंदोलन तय हुआ।
हाईवे के लिए संतों ने की रामधुन
हाईवे निर्माण के लिए संतों ने टोल-फ्री करने के साथ ही धरना स्थल पर रामधुन भी की। यहां फिर अधिकारी पहुंचे और अगले सात माह में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरा कर काम शुरू करने का आश्वासन दिया। हालांकि संतों ने फिर उदारता बरती और सात की जगह आठ माह का समय दिया, लेकिन उसके बाद धरातल पर काम नहीं दिखा तो बरेठा के साथ बरही टोल प्लाजा भी नहीं चलने देंगे।
दावों में दिखा विरोधाभास
संतों ने दोपहर 12.30 से 3.30 बजे तक टोल-फ्री करने का दावा किया है, लेकिन टोल प्रबंधन का कहना है कि टोल प्लाजा प्रबंधक रितेश कुमार का दावा है कि एक घंटे तक एमपीआरडीसी के अधिकारियों के कहने पर टोलफ्री किया गया था। इस दौरान करीब तीन हजार वाहन फ्री निकलने का दावा संत समाज ने किया है।
संतों को सौंपी हाईवे की डीपीआर
संत समाज ने जैसे ही बूम बैरियर उठाकर वाहनों को टोल फ्री किया, प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। सूचना मिलते ही एमपीआरडीसी के महाप्रबंधक राजेश दाहिमा, गोहद एसडीएम राजन बी नाडिया संतों के बीच पहुंचे। संत समिति के अध्यक्ष कालीदास एवं दंदरौआ धाम के महंत रामदास को हाईवे की डीपीआर सौंपकर कहा कि भू-अर्जन का कार्य शुरू हो चुका है। सात माह में यह काम पूरा हो जाएगा। उसके बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
मृतकों की आत्मशांति के लिए रखा मौन
आंदोलनकारियों ने हाईवे पर सडक़ दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों की आत्मशांति के लिए मौन धारण कर किया। दंदरौआ धाम के महंत रामदास ने कहा यह दुर्भाग्य है कि भगवान को अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाले संत आज सडक़ों पर बैठे हैं। सतों ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार निकम्मी हो गई है। मंत्री और नेताओं को लज्जा आनी चाहिए कि संत धरने पर बैठ रहे हैं। आंदोलन में महामंडलेश्वर हरिनिवास अवधूत चिलौंगा, संत समाज के महामंत्री राघवपुरी मिहोनी, संत कमलदास टीकरी सरकार, संत प्रेमानंद सरस्वती चामुंडा महाराज, संत प्रद्युम्न मसूरी, संत डॉ शिवप्रताप पीठाधीश्वर त्रिमूर्ति सरकार देवगढ़ उमरी, आदि संत मौजूद रहे।