7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भिण्ड के साहित्यकार ‘कोमल’ की गैर हिन्दी भाषी क्षेत्र के विद्यार्थी पढेंगे बाल कहानी

राष्ट्रीय शिक्षा नीति व राष्ट्रीय पाठ्यचर्या के मापदंडों के अनुरूप तैयार की कहानी का पांचवीं कक्षा के लिए चयन

less than 1 minute read
Google source verification

भिंड

image

Vikash Tripathi

Mar 03, 2024

भिण्ड के साहित्यकार 'कोमल' की गैर हिन्दी भाषी क्षेत्र के विद्यार्थी पढेंगे बाल कहानी

भिण्ड के साहित्यकार 'कोमल' की गैर हिन्दी भाषी क्षेत्र के विद्यार्थी पढेंगे बाल कहानी

भिण्ड. भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के दिशा निर्देशों, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 एवं राष्ट्रीय पाठ्य चर्या (एनसीपी) 2023 के मापदंडों के अनुरूप गैर ङ्क्षहदी भाषी क्षेत्र (दक्षिण भारत) के विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई कक्षा 5 की ङ्क्षहदी पाठ्य पुस्तक 'मुदिताÓ ङ्क्षहदी पाठमाला में देश के प्रतिष्ठित साहित्यकार श्याम सुन्दर श्रीवास्तव ÓकोमलÓ की बाल कहानी 'ऐसे किया छुट्टियों का सदुपयोगÓ को शामिल किया गया है ।

यह पाठ्य पुस्तक विकास पब्लिकेशन हाउस के सहयोगी प्रतिष्ठान मधुबन एजुकेशनल बुक्स द्वारा एनसीईआरटी एवं शिक्षा मंत्रालय के दिशा निर्देशों पर तैयार की गई है । पाठ्य पुस्तक में पाठों के अतिरिक्त अभ्यास माला में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अन्य गतिविधियां भी दी गई हैं । सुरुचिपूर्ण पाठ, बोधगम्य भाषा, मानसिक विकास के लिए उपयोगी प्रश्नमाला तथा सरलता पूर्वक व्याकरण की जानकारी भी दी गई है ।

बताते चलें कि बाल कहानी के लेखक श्याम सुन्दर श्रीवास्तव 'कोमलÓअशोक हायर सेकेण्डरी स्कूल, लहार में ङ्क्षहदी व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं । उनकी अनेक रचनाएं पाठ्यक्रम में शामिल की गई हैं । सूचना एवम प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार की प्रतिष्ठित बाल पत्रिका 'बाल भारतीÓ, 'नंदनÓ, उत्तर प्रदेश ङ्क्षहदी संस्थान की पत्रिका 'बालवाणी' एनसीईआरटी की प्रतिष्ठित पत्रिका 'फिरकी बच्चों कीÓ, 'देवपुत्रÓ, 'बच्चों का देशÓ, विभिन्न भाषाओं में प्रकाशित होने वाली बाल पत्रिका 'हँसती दुनियाÓ एवं 'बाल वाटिकाÓ सहित प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में आपकी रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं । अनेक कृतियों के प्रणेता श्याम सुंदर श्रीवास्तव 'कोमलÓ को अनेक पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हो चुके हैं । इस नई उपलब्धि के लिए क्षेत्र के साहित्यकारों, शिक्षकों, शिक्षाविदों, अभिभाषकों, समाज सेवियों ने बधाई देते हुए हर्ष जाहिर किया है।