
Ravi Kishan
गरीबी और तंगहाली में गुजारा करने वाले परिवार का सपना होता है कि उनका बेटा पढ़ लिख कर सरकारी नौकरी करे। लेकिन ये सब मंजूर नहीं था जाने माने एक्टर रवि किशन के पिता को। एक्टिंग का जूनून ऐसा कि मार खाने के लिए भी तैयार थे रवि किशन। रवि किशन यूं तो अपनी निजी जिंदगी पर कम ही बात करते हैं, लेकिन हाल ही में उन्होंने इस पर खुलकर बात की।
किरण राव के डायरेक्शन में बनी फिल्म 'लापता लेडीज' इस महीने की शुरुआत में थिएटर में रिलीज हुई थी। मूवी में रवि किशन ने पुलिस का रोल निभाया था। रवि किशन के किरदार और उनके अभिनय को दर्शकों की खूब सराहना मिली थी। इसके बाद एक इंटरव्यू में रवि किशन ने अपने निजी जीवन से जुडी कुछ बातें शेयर की हैं। जिसमें उन्होंने बताया की कैसे उन्हें एक्टिंग से रोका जाता था।
जब उन्होंने पड़ोस की रामलीला में एक्टिंग करना शुरू किया तो उनके पिता गुस्साए और इसके लिए सजा उनको भी दी। रवि ने बताया कि उन्हें अपने पिता के गुस्से के कारण 17 साल की उम्र में घर से भागना पड़ा था। अभिनेता ने कहा, “मेरे पिता मुझे बहुत बुरी तरह पीटते थे। वह मुझे हथौड़े से मारते थे। मेरी मां जानती थी कि उनका पति मुझे मार सकते हैं। वह मुझे मारने में जरा भी संकोच नहीं करेंगी क्योंकि पुजारियों में इमोशंस कम होती हैं। तो मां ने कहा कि भाग जाओ।'
रवि किशन ने बताया कि जब उन्होंने घर छोड़ा तो उनकी जेब में सिर्फ 500 रुपये थे। वो ट्रेन पकड़ कर मुंबई आए थे। उन्होंने कह कि भले ही उन्होंने बॉलीवुडमें एक्टिंग के लिए बगावत की लेकिन बाद में उनके पिता को उन पर बहुत गर्व हुआ था। रवि किशन ने कहा कि वह एक पुजारी थे और एक ब्राह्मण होने के नाते वह हमेशा चाहते थे कि मैं खेती करूं या पुजारी बनूं या सरकारी नौकरी करूं। अभिनेता ने अपने पिता के व्यवहार को ठीक भी ठहराया।
Updated on:
16 Mar 2024 05:31 pm
Published on:
16 Mar 2024 05:30 pm
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