
Van Vihar : वन विहार में अब पांच शेरों की दहाड़ सुनाई देगी। शनिवार शाम सक्करबाग जू जूनागढ़ गुजरात से दो शेर वन विहार लाए गए हैं। इस जोड़े की उम्र करीब तीन साल है। इन्हें क्वारंटाइन किया गया है। पर्यटक कुछ दिन बाद इन्हें देख पाएंगे। एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत टाइगर के बदले इन्हें लाया गया। केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण के एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत इन्हें लाया गया।
वन विहार से 17 दिसम्बर को नौ सदस्यों का दल जूनागढ़ के लिए रवाना हुआ था। इन शेरों के बदले वन विहार के दो टाइगर नर बाघ (बाँधवगढ़-2) एवं मादा बाघ (बँधनी) को दिया गया है। जिनकी उम्र करीब 06 साल है।
राजधानी में प्रदेश के पहले एशियाटिक शेर लाए गए। करीब तेरह साल से गुजरात से शेरों को भोपाल लाने के लिए कोशिश चल रही थी। वन विहार प्रबंधन के मुताबिक इस सप्ताह अचानक अनुमति प्राप्त हो गई। टाइगर के बदले शेरों को देने मंजूरी हुई।
इनका नामकरण नहीं हुआ है। अभी तीन वन विहार में सत्या. गंगा एवं नंदी नाम के तीन शेर है। इनमें एक मेल और दो फीमेल है। इन दोनों को मिलाकर वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में 2 नर एवं 3 मादा लॉयन हो गये हैं।
जूनागढ़ से भोपाल के बीच करीब एक हजार किमी का सफर तय कर शेर राजधानी पहुंचे। सुरक्षा व्यवस्था के बीच इन्हें बाड़े में छोड़ा गया। लंबे समय तक पिंजरे में बंद रहने के बाद ये जैसे ही बाड़े में पहुंचे तो पहले घबराए फिर एक जगह बैठ गए। जूनागढ़ के मुकाबले राजधानी का तापमान कम है। ऐसे में गर्मी देने बाड़े में हीटर लगाए गए हैं। क्वारंटाइन अवधि खत्म होने के बाद इन्हें बाहर किया जाएगा।
Updated on:
22 Dec 2024 10:17 am
Published on:
22 Dec 2024 08:26 am
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