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Breaking : ‘MP में कभी भी बन सकती है भाजपा सरकार’

प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह का दावा,इधर शिवराज बोले:संबल बंद की तो सरकार चलाना मुश्किल...

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rakesh singh

Breaking : 'MP में कभी भी बन सकती है भाजपा सरकार'

भोपाल@अरुण तिवारी की रिपोर्ट...

मध्यप्रदेश में एक लंबे वनवास के बाद सत्ता में वापस आई कांग्रेस की परेशानियां कम नहीं हो रहीं हैं। एक ओर जहां उन्हें लगातार अपनों से ही कई बातें सुनने को मिल रही हैं।

वहीं सहयोग दे रही पार्टी व निर्दलीयों की धमकियों के बीच ही भाजपा की ओर से हो रहे अटैक कांग्रेस के लिए खास परेशानी का कारण बने हुए हैं।

इसी सब के बीच एक बार फिर कांग्रेस पर भाजपा की ओर से हमला कर उसे मानसिक तनाव दे दिया गया है। दरअलस इस बार यह अटैक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह की ओर से किया गया है।

जहां उन्होंने कहा है कि प्रदेश में कभी भी भाजपा सरकार बन सकती है। यह बात उन्होंने शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में कही। ऐसे में ये माना जा रहा है कि भाजपा कुछ हद तक सरकार में घुसपैठ कर चुकी है। जिसके चलते अब सरकार को गिराने की तकरीबन पूरी स्थिति में है।

वहीं इससे पहले भी कई बार भाजपा की ओर से सरकार गिरने की बात कही जा चुकी है, लेकिन इस बार मुख्य जोर भाजपा की सरकार बनने के उपर रहने से सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस सरकार सकते में आ गई है।

संबल योजना को लेकर ये बोले शिवराज...
संबल योजना को लेकर गुरुवार को शिवराज ने बल्लभ भवन के सामने बस्ती से जनजागरण अभियान की शुरूआत करते हुए ऐलान किया कि पूरे प्रदेश में इस योजना को बचाने के लिए अभियान चलाया जाएगा।

इसके बाद हस्ताक्षर अभियान चलाकर सरकार के जनविरोधी निर्णयों के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा। उन्होंने प्रदेश में जल्द ही बड़े आंदोलन करने की बात कही।

इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वल्लभ भवन के सामने स्थित भीम नगर में संवाद कार्यक्रम में कहा कि आप लोग सोच रहे होंगे कि अभी तो चुनाव हारा है और फिर आ गया, लेकिन हमें चुनाव परिणामों से फर्क नहीं पड़ता। यह सरकार भी लगड़ी है।

विधायक धमकी दे रहे हैं कि मंत्री नहीं बनाया तो सरकार गिरा देंगे। बैसाखी पर चलने वाली सरकार बनानी होती तो हम भी बना लेते। पहले हम ताकत से काम करते थे। अब लड़ाई से काम करेंगे। संबल बंद की तो सरकार चलाना मुश्किल कर दूंगा।

कार्यक्रम का आयोजन जन कल्याणकारी योजनाओं की वर्तमान स्थिति को लेकर हितग्राहियों से संवाद के लिए आयोजित किया गया।

उन्होंने यहां कहा कि भाजपा सरकार में गरीबों के हित के लिए कई योजनाओं को जमीन पर उतारा गया था, लेकिन कांग्रेस सरकार की नीयत इन योजनाओं को लेकर खराब है। उन्होंने कहा कि संबल के कार्ड में मेरे फोटो छपे थे। इसी कारण लोगों से कार्ड वापस लिए जा रहे हैं।

कांग्रेस पर हमला...
चौहान ने कहा कि संबल योजना में 200 रुपए बिजली बिल का प्रावधान किया गया था। उधर, कांग्रेस सरकार ने बिजली के बिल आधे करने की बात अपने वचन पत्र में कही है। मतलब 100 रुपए से एक रुपए भी ज्यादा मत देना। यदि कोई बिजली तार काटे तो जोड़ लेना, लेकिन डरना मत। यहां उन्होंने योजनाओं को बचाने बस्ती स्तर पर टीम तैयार करने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए कांग्रेस सरकार के पास पैसा नहीं है। इसलिए लाड़ली लक्ष्मी योजना, कन्या विवाह, तीर्थ दर्शन, संबल योजना जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर सरकार की नीयत खराब है।

उन्होंने कहा कि जिस दिन से सरकार बदली है उस दिन से एक दिन भी चैन से नहीं बैठा। मैं भी लड़ाई का मास्टर हूं, कांग्रेस तो 15 साल में ट्रेनिंग भी सही से नहीं ले पाई।

एडजेस्टमेंट में लगी है सरकार
चौहान ने प्रदेश में हो रहे अधिकारियों के तबादलों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों को जनता की चिंता नहीं है। इसी कारण ताबड़तोड़ तबादले कर एडजेस्टमेंट किए जा रहे हैं।

मंत्री हों, अधिकारी हों या विभागों की बंदरबाट हो सिर्फ रखने-हटाने में ही इनका फोकस है। सरकार कौन चला रहा है यह भी समझ नहीं आता। जबाव किसी से मांगता हूं और देता कोई और है।

इधर, प्रियंका की एंट्री पर ये बोले शिवराज...
प्रियंका गांधी के कांग्रेस में प्रवेश पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इससे कोई चमत्कार नहीं होने वाला। ये उस परिवार से हैं, जिसने लंबे समय तक देश पर शासन किया है। हालांकि ये कांग्रेस का अंदरूनी मामला है।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के महासचिव बनने पर उन्हें शुभकामनाएं दी। शिवराज ने कहा कि सिंधिया से उनकी कई मसलों पर चर्चा हुई है। वे वरिष्ठ राजनेता हैं और हमारी कोई दुश्मनी नहीं है।
शिवराज ने कहा, कर्जमाफी के मुद्दे पर कांग्रेस राहुल की तरह कन्फ्यूज है। ग्राम पंचायतों में अंग्रेजी में सूची लगाई गई हैं, जिसे किसान कैसे पढ़ पाएंगे। उन्होंने कहा, कांग्रेस लोकसभा तक किसानों को कर्ज माफी के नाम पर उलझाना चाहती है।