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भोपाल. प्रदेश में कोरोना विकराल होता जा रहा है। रविवार को सामने आए 5939 नए संक्रमितों ने जहां चिंता की लकीरें खीचीं हैं, वहीं रेमडेसिविर और वैक्सीन की खबर ने बड़ी राहत दी है। प्रदेश में रविवार को जीवनरक्षक इंजेक्शन रेमडेसिविर के 47000 डोज पहुंचे तो टीकोत्सव के पहले दिन 3.50 लाख लोगों को वैक्सीन भी लगाया गया।
इधर, कोरोना को रोकने के लिए प्रदेश स्तर पर प्रशासनिक सख्ती जारी है। शनिवार-रविवार को कोराना कफ्र्यू के बाद 12 शहरों में कफ्र्यू जारी रखने का फैसला पहले ही किया जा चुका है। इस बीच रविवार को कुछ शहरों में कफ्र्यू और बढ़ाने का निर्णय लिया गया। अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र खजुराहो में अनिश्चितकालीन कोरोना कफ्र्यू के साथ देवास, छतरपुर और अनूपपुर के शहरी क्षेत्रों में 19 अप्रेल की सुबह 6 बजे तक कफ्र्यू लगाने का निर्णय लिया गया है। इसी तरह पन्ना में 14 तो शहडोल में 16 अप्रेल की सुबह तक कफ्र्यू रहेगा। इस दौरान कुछ समय के लिए जरूरी सुविधाएं बहाल की जाएंगी।
- सीएम बोले- लॉकडाउन समस्या का समाधान नहीं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि लॉकडाउन समस्या का समाधान नहीं है। हमें आर्थिक गतिविधियों को चालू रखना है। ऐसे में स्थानीय क्राइसिस मैनेजमेंट समूह परिस्थितियों के हिसाब से जनता से चर्चा कर कारोना कफ्र्यू लगाने का निर्णय ले रहे हैं। इस संकट के समय में जनता को जागरूक करना सबसे बेहतर उपाय है। उन्होंने कहा, कफ्र्यू के दौरान अन्य राज्यों से आवागमन पर रोक नहीं है। मेडिकल व राशन दुकानें, अस्पताल, नर्सिंग होम, बैंक, एटीएम, दूध- सब्जी की दुकानें खुली रहेंगी। उद्योगों के लिए मजदूरों का आवागमन होता रहेगा। परीक्षा केंद्रों में जाने वाले विद्यार्थी, अन्य स्टाफ, एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, दूरसंचार, बिजली सप्लाई, रसोई गैस सेवाएं भी चालू रखी गई हैं। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट से आने-जाने वाले नागरिक, आइटी कंपनियां, बीपीओ, मोबाइल कंपनियों की यूनिट्स, अखबार वितरण पर प्रतिबंध नहीं है। सीएम ने कहा, अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति भी की जा रही है। सभी जिलों में कोरोना के उपचार के लिए बिस्तर एवं ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है।
- सरकारी दफ्तरों में आएंगे 25 प्रतिशत कर्मचारी
सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों की उपस्थिति कम कर अब रोटेशन में बुलाने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य मंत्रालय सहित राज्य स्तरीय कार्यालयों में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की उपस्थिति 25 प्रतिशत तय की गई है। कर्मचारी यहां रोटेशन में आएंगे। हालांकि प्रथम और द्वितीय श्रेणी के अधिकारियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत रहेगी।
- 54 टन ऑक्सीजन की मांग और बढ़ी
प्रदेश में 24 घंटे के भीतर 54 टन ऑक्सीजन की मांग और बढ़ गई है। अब यहां निजी और सरकारी अस्पतालों को 223 लाख टन ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है, हालांकि अभी इतनी आपूर्ति हो भी रही है। इधर, ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। अन्य राज्यों से भी बात चल रही है।
- प्रदेश में 58 लाख से अधिक को लग चुकी वैक्सीन
टीकोत्सव के पहले दिन रविवार को प्रदेश में साढ़े तीन लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई। यहां साढ़े चार हजार से अधिक वैक्सीनेशन केन्द्र बनाए गए थे। प्रदेश में अब तक 5823967 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इसमें पहला डोज 5209246 तथा दूसरा डोज 614721 लोगों को लगाया जा चुका है। सरकार ने टीकोत्सव में चार से पांच लाख लोगों को वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा था। वैक्सीनेशन में इंदौर सबसे आगे रहा। यहां 30 हजार से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गई, जबकि भोपाल 15 हजार के साथ दूसरे नंबर पर भोपाल रहा।
Published on:
12 Apr 2021 05:02 am
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