भोपाल। आसमान छूती दाल की कीमतों पर नियंत्रण लगाने और जमाखोरों पर कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकार ने दालों के स्टाक की लिमिट तय कर दी है। साथ ही लिमिट से अधिक दाल रखने वालों पर छापे की कार्रवाई भी शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को मंत्रालय में खाद्य विभाग के अफसरों के साथ दाल की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण को लेकर समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि दाल के दाम बाजार में 160-180 रुपए तक जा पहुंचे हैं और फुटकर बाजार में तो यह और भी महंगे दामों पर बिक रही है।
इसलिए दाल के स्टाक पर नियंत्रण के लिए एक आदेश पर मुख्यमंत्री ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसमें दस लाख से अधिक आबादी वाले क्षेत्रों में थोक व्यापारी दो हजार क्विंटल से अधिक दाल नहीं रख सकेंगे। तीन से लेकर दस लाख तक की आबादी वाले क्षेत्रों में यह लिमिट एक हजार क्विंटल होगी और तीन लाख से कम आबादी वाले क्षेत्रों में थोक व्यापारी केवल पांच सौ क्विंटल दाल का स्टाक रख सकेंगे। फुटकर व्यापारियों के लिए भी दाल के स्टाक की सीमा तय कर दी है। तीन लाख तक की आबादी वाले क्षेत्रों में पचास क्विंटल और शेष आबादी वाले क्षेत्रों में फुटकर के व्यापारी केवल 40 क्विंटल तक ही दाल रख सकेंगे।
बैठक के तत्काव बाद मुख्यमंत्री ने दाल की स्टाक लिमिट संबंधी आदेश पर हस्ताक्षर किए और यह प्रभावी भी हो गया। आदेश के बाद खाद्य विभाग के प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल के निर्देश पर पूरे प्रदेशभर में स्टाक से अधिक दाल रखने वाले कालाबाजारियों पर छापे की कार्रवाई खाद्य निरीक्षकों ने शुरू कर दी है। इस छापे की कार्रवाई में भारी मात्रा में स्टाक से अधिक रखी हुई दाल के जब्त होने की संभावना है। इसके आंकड़े देर शाम तक आ पाएंगे।