cbm gas mining: एमपी के दमोह-छतरपुर ब्लॉक में कोल बेड मीथेन (CBM) गैस खनन की मंजूरी मिल गई है। ONGC जल्द गैस निकालना शुरू करेगा, जिससे हजारों रोजगार के अवसर बनेंगे। (mp news)
mp news: प्रदेश में सिंगरौली और शहडोल के बाद अब गैस का दूसरा बड़ा ब्लॉक रोजगार के रास्ते खोलने जा रहा है। दमोह-छतरपुर ब्लॉक में प्राकृतिक गैस के स्रोत कोल बेड मीथेन (CBM) का भंडार से जल्द खनन शुरु होने वाला है। यहां से ओएनजीसी गैस निकालेगी। पांच साल से ओएनजीसी ही यहां प्राकृतिक गैस (natural gas) की खोजबीन कर रही थी। इस ब्लॉक के व्यावसायिक उपयोग और फील्ड डेवलपमेंट प्लान को केंद्र सरकार के डायरेक्टर जनरल हाइड्रोकार्बन ने अनुमति दे दी है। (cbm gas mining)
राज्य सरकार ने भी ओएनजीसी को खनन के लिए प्रोविजनल लीज आवंटित कर दी है। अधिकांश अनुमतियों के मिल जाने के बाद केंद्र के नवरत्नों में शुमार ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉपर्पोरेशन (ONGC) ने दमोह-छतरपुर ब्लॉक में सीबीएम खनन की तैयारी शुरु कर दी है। 462 वर्ग किमी में फैले ब्लॉक से गैस निकालने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहा है। यहां पर उपकरण लगाए जाएंगे।
प्रदेश में प्राकृतिक गैस उत्पादन को देखते हुए सीएम डॉ. मोहन यादव ने खनिज संसाधन विभाग की 6 सितंबर 2024 को समीक्षा बैठक में प्रदेश में पेट्रोलियम कार्पोरेशन की स्थापना के निर्देश दिए थे। इसकी प्रक्रिया चल रही है। यह कॉर्पोरेशन प्रदेश में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की खोज, उत्पादन, वितरण और विपणन का काम करेगा। प्रदेश में निकलने वाली प्राकृतिक गैस का पूरा नियंत्रण इसी के पास होगा।
प्रदेश में पेट्रोकेमिकल्स की अपार संभावनाएं हैं। अभी देश में प्राकृतिक गैस के प्रमुख स्रोत कोल बेड मीथेन (सीबीएम) के उत्पादन में प्रदेश का योगदान 40 त्न है। यह उत्पादन अभी सिर्फ सोहागपुर के ईस्ट और वेस्ट दो ब्लॉक से हो रहा है। यहां रिलायंस इंडस्ट्रीज करीब 300 कुआ से गैस निकाल रही है। मप्र में 2023-24 में 234.37 मिलियन मीट्रिक स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर सीबीएम का उत्पादन हुआ है। इसके 2028-29 तक 421 तक पहुंचने का आकलन है। राज्य सरकार को सीबीएम उत्पादन से 2023-24 में 88 करोड़ का राजस्व मिला।