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डिवाइस एडिक्शन बना रहा युवाओं को हादसे का शिकार

बीते साल सडक़ हादसे में घायल हुए पांच हजार लोगों को सरकारी अस्पताल पहुंचाया

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डिवाइस एडिक्शन बना रहा युवाओं को हादसे का शिकार

डिवाइस एडिक्शन बना रहा युवाओं को हादसे का शिकार

भोपाल. वाहन चलाते समय डिवाइस का इस्तेमाल और तेज आवाज में गाने सुनने की आदत सडक़ हादसे की बड़ी वजह है। फोर्ड सर्वेक्षण के अनुसार 97 फीसदी लोगों ने सडक़ हादसों का प्रमुख कारण मोबाइल, गाने सुनना और मोबाइल पर बात करने को माना है। यही नहीं यह चिंताजनक आदत युवाओं में तेजी से बढ़ रही है। एंबुलेंस 108 के आंकड़ों के अनुसार साल 2023 में पांच हजार लोग भोपाल में सडक़ हादसे की चपेट में आए। जिसमें से 56 फीसदी 16 से 30 साल की आयु के थे।
हेलमेट न पहनना

मप्र एंबुलेंस 108 के सीनियर मैनेजर तरुण परिहार ने बताया कि सडक़ हादसे में घायल हुए मरीजों में सिर की चोट, हाथ पैर में फ्रेक्चर व चोट अधिक देखी जाती है। दो पहिया वाहन चालकों में हेड इंजरी के ज्यादा मामले देखे जाते हैं।
90 फीसदी घायलों की 55 से कम आयु

आंकड़ों के अनुसार हादसों में सबसे ज्यादा 56 फीसदी लोगों की आयु 16 से 30 साल के बीच होती है।90 फीसदी की आयु 55 साल से कम है। 2023 में सबसे ज्यादा 1,575 सडक़ हादसे अक्टूबर से दिसंबर में हुए। वहीं सबसे कम घटनाएंअप्रेल से जून में हुई।
एंबुलेंस 108 द्वारा अस्पताल में भर्ती कराए गए मरीज
माह मरीजों की संख्या
जनवरी से मार्च 1,119
अप्रेल से जून 1,075
जुलाई से सितंबर 1,346
अक्टूबर से दिसंबर 1,575
साल 2023 5,115
सबसे अधिक युवा
हो रहे शिकार
आयु फीसदी
0 से 16 - 12 फीसदी
16 से 30 - 56 फीसदी
30 से 55 - 22 फीसदी
55 से ज्यादा - 10 फीसदी
इनका कहना है
हेलमेट ना पहनना, वाहन चलाते वक्त तेज आवाज में गाने सुनना या किसी डिवाइस का इस्तेमाल करना हादसों के प्रमुख कारण में से एक हैं। यह ऐसी चीज है जिसकी रोकथाम संभव है। यदि लोग छोटी छोटी सावधानी रखें को सडक़ हादसों को कम किया जा सकता है। इन सबको रोकने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है।
विक्रम रघुवंशी, एडीशनल डीसीपी, ट्रैफिक