scriptएमपी में ‘तबादला उद्योग’… नेताओं के नाम से फर्जी सिफारिशी पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचे | Fake letter of MP-MLA for transfers | Patrika News

एमपी में ‘तबादला उद्योग’… नेताओं के नाम से फर्जी सिफारिशी पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचे

locationभोपालPublished: Jul 30, 2021 01:43:26 am

भोपाल सांसद सहित कई विधायकों के नाम पर ट्रांसफर पोस्टिंग के पत्र, सीएमओ ने क्राइम ब्रांच को सौंपी जांच

एमपी में 'तबादला उद्योग'... नेताओं के नाम से फर्जी सिफारिशी पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचे

एमपी में ‘तबादला उद्योग’… नेताओं के नाम से फर्जी सिफारिशी पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचे

भोपाल. प्रदेश में ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़े लोग अब सांसद, विधायक और मंत्रियों के फर्जी सिफारशी पत्र बनाने से भी नहीं चूक रहे हैं। सीएम कार्यालय में अभी तक मंत्री मोहन यादव, भूपेंद्र सिंह, महेंद्र सिसोदिया के नाम से फर्जी सिफारशी पत्र जांच में पकड़े जा चुके हैं। सीएम कार्यालय ने इस मामले की इंटेलिजेंस इंक्वायरी करवाने के बाद कई अन्य सांसद विधायकों के फर्जी सिफारिशी पत्र पकड़े हैं।
इनमें भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, सिलवानी विधायक रामपाल सिंह, राजगढ़ विधायक रोडमल नागर, देवास विधायक महेंद्र सिंह सोलंकी का नाम शामिल हंै। इंटेलिजेंस विभाग की सूचना के आधार पर सीएम कार्यालय ने फर्जी सिफारिश पत्र बनाकर अपने आवेदन के साथ भेजने वाले आरोपी सरकारी कर्मचारियों-अधिकारियों की धरपकड़ के निर्देश क्राइम ब्रांच को दिए हैं। पुलिस अब संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को अलग-अलग जिलों से पकड़कर भोपाल लाकर पूछताछ करेगी।

स्कूल, राजस्व, स्वास्थ्य विभाग के तबादले
मुख्यमंत्री कार्यालय भेजे गए फर्जी सिफारिश पत्र स्कूल, राजस्व एवं स्वास्थ्य विभाग से जुड़े हुए पाए गए हैं। इससे पहले उच्च शिक्षा, नगरीय प्रशासन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग सहित अन्य विभाग के ट्रांसफर पोस्टिंग से जुड़े फर्जी सिफारिश पत्र पकड़ में आए थे। फर्जी सिफारिश पत्र का सबसे पहला मामला मंत्री महेंद्र सिसोदिया की विभाग के सामने आया था। उनके पीए के नाम से आरोपी ने उन्हीं के विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों से लाखों रुपए ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर ले लिए थे।

सीएम कार्यालय ने कराई अंदरूनी जांच
वहीं सीएम कार्यालय ने इसके लिए अंदरूनी जांच के निर्देश दिए थे। अधिकारियों ने मंत्रिमंडल के बाकी मंत्रियों द्वारा भेजे गए सिफारिश पत्रों की समीक्षा की। जांच में पता चला कि कई विधायक एवं सांसदों को तो पता ही नहीं है कि उनके नाम से ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए पत्र भेजा गया है। क्राइम ब्रांच ने हाल ही में उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री मोहन यादव के नाम पर ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर लाखों रुपए वसूलने वाले आरोपी शैलेंद्र पटेल 35 वर्ष को गिरफ्तार किया है। इससे पहले मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का फर्जी पीए बनकर एक आरोपी सिवनी की महिला अधिकारी से पैसे वसूलते हबीबगंज पुलिस द्वारा पकड़ा गया है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो