Fatty Liver Ka Ramban Ilaj: राजधानी में साइलेंट किलर फैटी लिवर का बढ़ता खतरा बढ़ता जा रहा है। स्वस्थ यकृत मिशन द्वारा आयोजित व्यापक स्क्रीनिंग में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। शिविरों में 2394 व्यक्तियों की बीएमआइ (बॉडी मास इंडेक्स) स्क्रीनिंग की गई, जिसमें से 663 का बीएमआइ अधिक पाया गया।
आंकड़ों के मुताबिक शहर का एक बड़ा हिस्सा मोटापे की गिरफ्त में है, जो फैटी लिवर का प्रमुख कारण है। दूसरी ओर 977 पुरुषों की स्क्रीनिंग में से 270 की कमर का माप 90 सेमी से अधिक पाया गया, जबकि 1417 महिलाओं में से 477 की कमर का माप 80 सेमी से अधिक था जो शहरी आबादी में मोटापे की स्थिति को बताता है।
-अक्सर थकान
-पेट दर्द
-भूख कम लगना
-मतली
-कमजोरी
-पीलिया
-पेट में पानी भरना
-मानसिक भ्रम
-वजन कम होना
-पैरों में सूजन आना
फैटी लिवर के जब तक लक्षण दिखते हैं, तब तक वह स्थिति गंभीर हो चुका होता है। बीएमआइ और कमर के माप में वृद्धि सीधे तौर पर अस्वस्थ जीवनशैली को दर्शाती है, जो बढ़ाती है।
योगेन्द्र श्रीवास्तव, मेडिकल स्पेशलिस्ट, जेपी अस्पताल
हमारी थाली में बदलाव ही फैटी लिवर से लड़ने का पहला कदम है। घर का बना पौष्टिक भोजन, जिसमें ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हों, लिवर को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
डॉ. संजय जैन, मेडिकल स्पेशलिस्ट, जेपी अस्पताल
Published on:
14 Jun 2025 03:52 pm