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थाने में लगा रखा था ताला, रात भर गुहार लगाते रहे ग्रामीण

खजूरी थाने का कारनामा: ग्रामीणों ने १० किलोमीटर पीछा किया तो चोरी की दो बाइक छोड़कर भागे बदमाश

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भोपाल। गांव से आधी रात वाहन चोरी कर भागे बदमाशों को पकड़वाने खजूरी थाने पहुंचे ग्रामीणों को थाने का ताला बंद मिला। ग्रामीणों ने सोचा कि थाने के अंदर पुलिस स्टाफ होगा, ऐसे में उन्होंने दरवाजे के पास जाकर शोर मचाया, लेकिन

दर से कोई आवाज नहीं आई। करीब आधा घंटे तक ग्रामीण दरवाजा खुलने की उम्मीद लेकर चीखते-चिल्लाते रहे। थोड़ी देर बाद डायल-१०० के वाहन के पास पहुंचकर पुलिस से फरियाद सुनाई। ग्रामीणों का कहना है कि खजूरी थाने का हर रोज ताला बंद कर दिया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस जंगली जानवरों के डर से थाने में ताला लगा देती है।


जानकारी के अनुसार ग्राम भौंरी में गुरुवार रात करीब डेढ़ बजे किसान अर्जुन सिंह, राजमणि मीणा के घर के बाहर खड़ी बाइक बदमाश चोरी कर भाग खड़े हुए। इसकी भनक लगते ही ग्रामीण जाग गए। ग्रामीणों ने शोर मचा इलाके की घेराबंदी करते हुए बदमाशों का पीछा किया। करीब १० किलोमीटर तक पीछा करने के बाद चोर पिपलिया धाकड़ गांव के पास चोरी की हुई दोनों बाइक छोड़कर भाग गए।

भागते-भागते बदल दी नंबर प्लेट-इंडीकेटर

इलाके के पार्षद अशोक मारण ने बताया कि चोरों ने भागते-भागते किसानों के घर से चोरी की गई दोनों बाइक की नंबर प्लेट, इंडिकेटर बदल दिए। पिपलिया धाकड़ के पास दोनों बाइक लावारिस हालत में मिली। इसकी शिकायत करने जब ग्रामीण खजूरी थाने पहुंचे तो ताला लटका मिला। करीब एक घंटे तक थाने के अंदर से कोई आवाज नहीं आई।

चार से अधिक रही होगी बदमाशों की संख्या

ग्रामीणों को आशंका है कि बदमाशों की संख्या चार से अधिक रही होगी। इसकी वजह ग्रामीण यह बता रहे हैं कि जब बदमाश गांव से भागे हैं तो लोगों ने दो बाइक में चार लोगों को बैठे हुए देखा था। ग्रामीणों को आशंका है कि बदमाश वारदात करने पैदल आए होंगे। वह इलाके के ही होंगे।

इनका कहना...

गांव के लोगों का आरोप गलत है, मैं २४ घंटे थाने में रहता हूं। आप रात का रिकार्ड देख सकते हैं, ग्रामीण थाने आए ही नहीं। मेरे खिलाफ कोई षडयंत्र रच रहा है। ग्रामीणों द्वारा दी गई फोटो गलत हो सकती है।

- हरिशंकर पाण्डेय, टीआई