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पूर्व नेवी अधिकारी को पूर्व एमएलए नवाब मलिक मनीलांड्रिंग केस में फंसाने की धमकी, 68 लाख हड़पे

हवाला रैकेट में बैंक खातों और अफसर के आधार कार्ड नंबर का इस्तेमाल होने की जानकारी भेजकर जालसाजों ने उनसे अब तक अलग अलग बैंक खातों में 68 लाख रुपए जमा करवा लिए थे। परेशान होकर नेवी अफसर मनोज भुरारिया ने इस मामले में डीसीपी साइबर श्रुतकीर्ती सोमवंशी को शिकायती आवेदन दिया था।

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पूर्व नेवी अधिकारी को पूर्व एमएलए नवाब मलिक मनीलांड्रिंग केस में फंसाने की धमकी, 68 लाख हड़पे

पूर्व नेवी अधिकारी को पूर्व एमएलए नवाब मलिक मनीलांड्रिंग केस में फंसाने की धमकी, 68 लाख हड़पे

भोपाल. मुंबई के पूर्व एमएलए नवाब मलिक मनी लॉड्रिंग केस में उलझाने की धमकी देकर साइबर जालसाज बीते 6 महीने से भोपाल निवासी पूर्व नेवी अफसर को ब्लैकमेल कर रहे थे। हवाला रैकेट में बैंक खातों और अफसर के आधार कार्ड नंबर का इस्तेमाल होने की जानकारी भेजकर जालसाजों ने उनसे अब तक अलग अलग बैंक खातों में 68 लाख रुपए जमा करवा लिए थे। परेशान होकर नेवी अफसर मनोज भुरारिया ने इस मामले में डीसीपी साइबर श्रुतकीर्ती सोमवंशी को शिकायती आवेदन दिया था। मामले की जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई है।

डीसीपी साइबर क्राइम श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि मनोज भुरारिया नेवी के पूर्व अधिकारी हैं, उनकी शिकायत पर अज्ञात आरोपियों पर धाेखाधड़ी की धाराओं में एफआइआर दर्ज की है। उन्होंने बताया गया कि एक अनजान नंबर से फोन आया। फाेन करने वाले ने खुद को मुंबई की एक कंपनी कर्मचारी बताकर बात की और कहा कि मनोज की आधार आईडी से मुंबई से ताईवान भेजे जाने वाला एक पार्सल में दौ सौ ग्राम एमडीएमए मादक पदार्थ पकड़ा गया है। जब उन्होंने ऐसा कोई पार्सल नहीं भेजने की बात कहीं तो आरोपियों ने उनको महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक के मनी लांड्रिंग मामले में फंसाने डर दिखाया।

स्काइप ऐप डाउनलोड कर बात करने के लिए कहा

बाद में ठगों ने नारकोटिक्स इंस्पेक्टर महाराष्ट्र के नाम से दूसरे व्यक्ति से बात कराई। वह उनको जेल भेजने की बात कर डराने लगा और उनको स्काइप ऐप डाउनलोड कर बात करने के लिए कहा। जब उन्होंने बात की तो आरोपी ने इस मामले में बात करने से मना किया। बाद में उसने तीसरे व्यक्ति से बात कराई, जो अपने आपको आइपीएस अधिकारी बता रहा था। इस प्रकार बदमाशों ने उनसे छह माह के बैंक खाते से छह लेनदेन की जानकारी लेकर उनसे बैंक खाते में जमा राशि का 49 हिस्सा जमा करने कहा।