MP में वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए प्रदेश की हाई कोर्ट ने 15 जनवरी तक का समय दिया है। इस समय सीमा में अब महज 4 दिन बचे हैं लेकिन अभी लाखों वाहन शेष हैं। इस तारीख तक शेष वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लग सकेंगी। इस स्थिति में प्रदेश का परिवहन विभाग हाई कोर्ट से समय सीमा बढ़ाने की अपील करने की तैयारी कर रहा है। इसी के साथ फिलहाल वाहन मालिकों को भी चालान के डर से मुक्ति मिल गई है।
MP में वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए प्रदेश की हाई कोर्ट ने 15 जनवरी तक का समय दिया है। इस समय सीमा में अब महज 4 दिन बचे हैं लेकिन अभी लाखों वाहन शेष हैं। इस तारीख तक शेष वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लग सकेंगी। इस स्थिति में प्रदेश का परिवहन विभाग हाई कोर्ट से समय सीमा बढ़ाने की अपील करने की तैयारी कर रहा है। इसी के साथ फिलहाल वाहन मालिकों को भी चालान के डर से मुक्ति मिल गई है।
प्रदेश में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट निजी कंपनियां सप्लाई कर रहीं हैं। नंबर प्लेटों के लिए ऐसी मारामारी है कि वाहन मालिकों को 20 दिन तक का इंतजार करना पड़ रहा है। कंपनियां मांग के मुताबिक तय समय पर आपूर्ति नहीं कर पा रहीं हैं।
जिन वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवानी है उनकी संख्या 70 लाख से ज्यादा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार अभी तक केवल 12 लाख वाहनों पर ही ये नंबर प्लेट लग पाईं हैं। शेष वाहन सामान्य नंबर प्लेट के साथ ही सड़कों पर दौड़ रहे हैं।
हाईकोर्ट की समय सीमा में केवल 4 दिन बचे हैं जिसमें शेष वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना संभव ही नहीं है। ऐसे में हाई कोर्ट से समय सीमा बढ़ाने की अपील करना ही एकमात्र विकल्प है। 15 जनवरी के बाद हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं पाए जाने पर वाहन मालिकों से 5 सौ रुपये का चालान काटने का प्रावधान है। समय सीमा बढ़ने की स्थिति में चालान का डर भी फिलहाल खत्म हो सकता है।
एमपी परिवहन विभाग के प्रभारी आयुक्त अरविंद सक्सेना बताते हैं कि हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए आवेदन करने पर अभी 20 दिन तक लग रहे हैं। इसके लिए 15 जनवरी तक की समय सीमा तय है लेकिन अभी केवल 12 लाख वाहनों में ही ये नंबर प्लेट लग सकी हैं।