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LOCKDOWN 3.0 : घर में भी रहकर नहीं चैन, सांस लेना हुआ मुश्किल

11 मील, बरई, बायपास से सटे खेतों में प्रतिबंध के बावजूद नरवाई जला रहे किसान, कटारा हिल्स, बागसेवनिया, बागमुगलिया जाटखेड़ी, होशंगाबाद रोड के रहवासी क्षेत्रों मैं रात भर फैलता है धुआं

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LOCKDOWN 3.0 : घर में भी रहकर नहीं चैन, सांस लेना हुआ मुश्किल

भोपाल. कोरोना संक्रमण से बचने और लॉकडाउन की वजह से बाग मुगलिया बागसेवनिया कटारा हिल्स की 20 से ज्यादा कॉलोनियों में फंसे लोग इन दिनों रात के वक्त सांस भी नहीं ले पा रहे हैं। इसकी प्रमुख वजह 11 मील, बर्रई गांव और बायपास से सटे खेती किसानी वाले इलाकों में किसानों द्वारा नरवाई जलाना है।

जिला प्रशासन के प्रतिबंध के बावजूद किसान बड़ी तादाद में इन इलाकों में रात के वक्त नरवाई जला रहे हैं जिससे पूरा इलाका भयंकर धुएं की चपेट में आ जाता है। रात के अंधेरे में यह धुआं कॉलोनी इलाकों में पहुंचता है और घरों में जमा हो जाता है। पिछले साल किसानों की इसी मनमानी के चलते बायपास इलाके में खुले मैदान में रखी किसानों की लाखों रुपए की फसल जलकर खाक हो गई थी। इतना बड़ा नुकसान होने के बाद जिला प्रशासन की टीम ने किसानों से शपथ पत्र भरवाए थी कि वह अगले साल से नरवाई नहीं जलाएंगे ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना नहीं हो। पुलिस प्रशासन के आपातकाल ड्यूटी में व्यस्त होने का फायदा उठाते हुए कुछ किसानों ने एक बार फिर नरवाई जलाने का सिलसिला शुरू कर दिया है जिसके चलते यहां रहने वाली दो लाख से ज्यादा की आबादी रात के वक्त सांस लेने में तकलीफ का सामना कर रही है। स्थानीय नागरिकों ने किसानों से शिकायत कर इस प्रकार की गतिविधियों को तत्काल बंद करने की मांग की जिसके बाद मौके पर विवाद की स्थितियां भी बन गई। इस मामले की जानकारी क्षेत्रीय पार्षद कामता पाटीदार सहित स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा तक भेजी गई बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई।

आला अफसरों तक भेजी शिकायत
बाग मुगलिया एक्सटेंशन कॉलोनी के अध्यक्ष उमाशंकर तिवारी ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी उन्होंने किसानों द्वारा नरवाई जलाने की वीडियो और फोटो लेकर इन्हें आला अधिकारियों तक भेजकर कार्रवाई की मांग की। तिवारी ने बताया कि नरवाई जलाने से क्षेत्र में रात के वक्त भारी मात्रा में प्रदूषण फैल जाता है जिसके कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ता है। तिवारी ने कहा कि उन्होंने इस मामले की शिकायत डीजीपी, कलेक्टर, डीआईजी एवं संभाग आयुक्त कार्यालय से की है लेकिन अभी तक कार्रवाई की पहल नहीं की गई है।

नरवाई जलाने पर पूरी तरीके से प्रतिबंध लगाया गया है। यदि कोई मनमानी कर रहा है तो इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
तरुण पिथोड़े, कलेक्टर