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10 मीटर चौड़ी 700 गलियों में रोजाना दो लाख से ज्यादा वाहन हो रहे पार्क, चलने की जगह तक नहीं

संकरी गलियां सर्विस रोड तरह, लेकिन मुख्य मार्गों की तरह हो रहा उपयोग

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10 मीटर चौड़ी 700 गलियों में रोजाना दो लाख से ज्यादा वाहन हो रहे पार्क, चलने की जगह तक नहीं

10 मीटर चौड़ी 700 गलियों में रोजाना दो लाख से ज्यादा वाहन हो रहे पार्क, चलने की जगह तक नहीं

भोपाल. राजधानी की गालियां भी ट्रैफिक जाम का शिकार हैं। ऐसी करीब 700 गलियां हैं जिनकी चौड़ाई बमुश्किल 10 मीटर है और यह संबंधित क्षेत्र के लिए मुख्य रोड की तरह उपयोग की जा रही है। स्थिति यह है कि इन गलियों के किनारे ट्रैफिक बढऩे से आसपास का पूरा क्षेत्र दुकानों से पट गया है और पूरे दिन यहां जाम और परेशानी बनी रहती है। शहर में ऐसे करीब 100 क्षेत्र हैं, सबसे ज्यादा ऐसे क्षेत्र पुराने शहर में हैं।
ऐसे समझें स्थिति
10 मीटर चौड़ी गली को मुख्य मार्ग की तरह उपयोग की स्थिति देखना है तो कोलार के गिरधर परिसर से दानिश कुंज चौराहा के बीच देख लीजिए। यहां चार लेन सनखेड़ी रोड करीब 200 मीटर तक 10 मीटर की गली से चौराहे से कनेक्ट हो रही है। यहां तीन गलियां हैं और दिन भर ट्रैफिक यहां पर चलता है।
अवधपुरी मास्टर प्लान रोड को कॉर्मल कान्वेंट स्कूल वाली रोड से जोडऩे के लिए करीब 300 मीटर की गली का ही उपयोग किया जा रहा है। स्थिति यह है कि यह गली पूरी तरह से दुकानों से भर गई है। यहां दो पहिया निकलना भी मुश्किल होता ह, लेकिन जिसे अवधपुरी कैसे मास्टर प्लान रोड थाने के तरफ निकालना है उन्हें यह गली पार करना ही पड़ती है।
आबादी बढ़ी, लेकिन प्लाङ्क्षनग नहीं की
10 मीटर चौड़ी सडक़ों में जिस तरह से पब्लिक ट्रांसपोर्ट उलझ रहा है उसके लिए शहर को लेकर प्लाङ्क्षनग की कमी नजर आ रही है। टाउन एंड कंट्री प्लाङ्क्षनग ने जब शहर के आसपास नए क्षेत्रों को अनुमतियां जारी की तो उसमें वहां बढऩे वाली आबादी को देखते हुए व्यवस्थित सडक़ों को तय नहीं किया। इसके साथ ही शहर में सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था देखने वाली बीसीएलएल कंपनी ने भी इन क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए रूट तय नहीं किए। अब जब यह सभी क्षेत्रों में आबादी काफी ज्यादा सघन हो गई हैं तो परेशानियां हो रही हैं।


पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतरी के लिए भोपाल में काफी काम हुए हैं। कई नवाचार भी किए गए, लेकिन जिस तरह से आबादी बढ़ रही है अभी काफी कामों की जरूरत है। सभी लोगों को बेहतर परिवहन मिले इसके लिए प्रयास जारी है।
फ्रेंक नोबल ए, निगमायुक्त