नरेला में विकास व कानून व्यवस्था मुद्दा हैं। हमने इन मुद्दों पर प्रमुख दलों के प्रत्याशियों बीेजेपी के विश्वास सारंग और कांग्रेस के मनोज शुक्ला से बात की।
नरेला में विकास व कानून व्यवस्था मुद्दा हैं। हमने इन मुद्दों पर प्रमुख दलों के प्रत्याशियों बीेजेपी के विश्वास सारंग और कांग्रेस के मनोज शुक्ला से बात की। हमने उनसे पूछा— किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच वोट मांगने जाएंगे? अगले पांच साल के लिए क्या कार्य योजना है? युवाओं को आगे लाने, रोजगार के लिए कोई विशेष प्लानिंग? चुनाव जीतते ही किस काम को प्राथमिकता से पूरा करेंगे? इस बार के चुनाव में क्या चुनौती हैं? जानिए इन प्रत्याशियों के जवाब—
क्षेत्र के विकास के मुद्दे पर जनता के बीच रहना मेरा काम, जनता ही परिवार: विश्वास सारंग
उम्र: 54 साल
शिक्षा: इंजीनियरिंग
राजनीतिक अनुभव: दो बार के विधायक। कैबिनेट मंत्री हैं। तीसरी बार मैदान में। युवा मोर्चा व एबीवीपी में सक्रिय रहे।
क्या कहा— नरेला में सबसे ज्यादा ब्रिज फ्लायओवर्स बने। शिक्षा, स्वास्थ्य केंद्रों को आधुनिक बनाया गया। योजनाओं का लाभ जनता को पहुंचाया।
इंफ्रा के कार्य हुए। कुछ पाइप लाइन में हैं। नाले-नालियों का निर्माण कार्य कराया जाएगा। सडक़, पानी की जहां समस्या है दूर करेंगे।
युवाओं के साथ महिलाओं को रोजगार दिलाने का अभियान लगातार जारी रखेंगे। आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए योजनाओं से लोगों को जोड़ा जाएगा।
चुनाव की वजह से विधानसभा के जो निर्माण कार्य रुके हुए हैं। उन्हें चुनाव के बाद पूरी रफ्तार से शुरू करवाना प्राथमिकता रहेगी।
सोशल मीडिया के समय में आधारहीन वस्तुओं को आसानी से फैलाया जाता है। सही जानकारियां उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती है।
15 साल में मतदाताओं को नहीं मिलीं मूलभूत सुविधाएं, जनता अब है त्रस्त: मनोज शुक्ला
उम्र: 48 साल
शिक्षा: ग्रेजुएट
राजनीतिक अनुभव: 23 साल से कांग्रेस में सक्रिय कार्यकर्ता, पीसीसी सचिव और युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे।
क्या कहा— नरेला में सालों से कानून व्यवस्था बेपटरी है। विकास कार्य चुनिंदा जगह होते हैं। जनता परेशान है। मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
विकास हमारा मुद्दा है। जाति देखकर काम नहीं करेंगे। नरेला में दोनों समुदाय की कॉलोनियों में समस्याओं की भरमार है। इन्हें दूर करना कार्ययोजना है।
युवाओं के विकास व रोजगार दिलाने की योजना बनाई है। जल्द ही संकल्प पत्र जारी करने वाले हैं, जिसमें सारी बातों को शामिल किया जाएगा।
लोग लगातार अपने क्षेत्र की समस्याएं बता रहे हैं। इन्हें सूचीबद्ध किया है। चुनाव जीतने के बाद पहले इन्हीं समस्याओं को दूर करने की योजना है।
मेरे खिलाफ सरकारी कर्मचारी और मशीनरी काम कर रही है। इसकी शिकायत चुनाव आयोग से लिखित में की गई है।