उन्होंने कहा कि, ये निर्माण कार्य उन्होंने पार्षद एवं निगम मुख्यालय निधि से स्वीकृत करवाए हैं, पर विधायक इनका श्रेय खुद लेना चाहते हैं। इस दौरान दोनों ही नेताओं के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की।
इसके बाद विधायक रामेश्वर शर्मा ने निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। इस मामले में पार्षद मनजीत सिंह मारण ने आरोप लगाए कि हमने मेहनत कर महापौर निधि से विकास कार्यों के लिए वार्ड में बजट स्वीकृत करवाया है, पर विधायक इसका श्रेय लेना चाहते हैं और उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है।
वहीं इस मामले में विधायक रामेश्वर शर्मा से बात करने के लिए फोन लगाया गया तो फोन स्विच ऑफ था, जबकि विधायक कार्यालय के मीडिया सेल के राजेश मिश्रा का कहना था कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है। हमारा काम विकास करना है और इसके लिए भूमिपूजन किया गया है।
घटना का किया गया इंकार..
इस घटना के अधिक जानकारी के लिए पत्रिका संवाददाता ने विधायक रामेश्वर शर्मा को फोन लगा कर पूरी बातें जाननी चाही लेकिन विधायक रामेश्वर शर्मा का फोन ही स्विच ऑफ था। वहीं जब संवाददाता ने विधायक कार्यलय के मिडिया सेल प्रभारी राजेश मिश्रा से बात करी गई तो उन्होने घटना को सिरे से इंकार करते हुए कहा कि, ऐसी किसी भी तरह कि कोई भी घटना नहीं हुई।
मामले में संदेहास्प्रद कि स्थिती बनी हुई है। जहां विधायक कार्यलय घटना से ही इंकार कर रहा है वहीं पार्षद निर्माण का श्रेय लेने कि बात कह रहे हैं।