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अगले चार दिन अति भारी बारिश की चेतावनी, 26 जिलों में बाढ़ का अलर्ट

MP Weather: मंगलवार को जबलपुर के बरगी डैम में नर्मदा का जल स्तर चौबीस घंटे में ही 5 फीट तक बढ़ा। इसके चलते प्रबंधन को 17 गेट खोलने पड़े। डैम से 2.92 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसका असर निचले क्षेत्र नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, सीहोर सहित अन्य जिलों में दिखाई देने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिन प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं।

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MP Weather heavy rain alert

Weather (Image source : Patrika)

MP Weather: मानसूनी बादलों ने प्रदेश को तर कर दिया है। पूर्वी क्षेत्र के 19 जिलों में अब तक औसत से 83% अधिक बारिश हुई है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में जोरदार बारिश के चलते नर्मदा नदी अपने रौर्द्र रूप में आ रही है। मंगलवार को जबलपुर के बरगी डैम में नर्मदा का जल स्तर चौबीस घंटे में ही 5 फीट तक बढ़ा। इसके चलते प्रबंधन को 17 गेट खोलने पड़े। डैम से 2.92 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसका असर निचले क्षेत्र नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, सीहोर सहित अन्य जिलों में दिखाई देने लगा है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिन प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं। इस बीच मंगलवार को 24 घंटों के दौरान पचमढ़ी में 7 इंच तो नरसिंहपुर में 6 इंच बारिश हुई। अगले 24 घंटे में राजधानी में भी अच्छी बारिश हो सकती है। प्रदेश में अब तक औसत से 74% अधिक पानी बरसा है।

ये भी पढ़े- मौसम विभाग की बड़ी चेतावनी, एमपी में 8-9-10-11 जुलाई भारी बारिश और बाढ़ का अलर्ट

अब आगे क्या

मौसम विज्ञानी(MP Weather) पीके रायकवार ने बताया कि इस समय गंगीय पश्चिम बंगाल में एक निम्न दाब क्षेत्र बना हुआ है। उससे जुड़ा एक चक्रवात भी दो दिनों में झारखंड, उत्तरी छग की ओर बढ़ेगा। इसके साथ ही अरब सागर से पश्चिम बंगला तक एक ट्रफ भी है। इसके कारण प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। पूर्वी मप्र में अनेक स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

नर्मदा के तटीय जिलों में बढ़ा खतरा

तटीय जिले अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, सीहोर, हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी में नर्मदा अपने रौर्द्र रूप में आ पहुंची है। इस कसर कछार क्षेत्र शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, मंडला, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, बालाघाट, सिवनी, सागर, दमोह, छिंदवाड़ा, बैतूल, रायसेन, नर्मदापुरम, सीहोर, हरदा, इंदौर, देवास, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, आलीराजपुर, झाबुआ में भी दिखेगा। बाढ़ प्रबंधन विभाग के अनुसार, नर्मदा की ३९ सहायक नदियां बाएं बरनार, बंजर, शेर, शक्कर, दूधी, तवा नदी, गंजाल, छोटी तवा, कुन्दी, देव, गोई, गार और दाएं हिरन, तेंदुनी, बरना, चन्द्रकेशर, चोरल, कानर, मान, ऊटी, हथनी में भी बाढ़ के हालात बन रहे हैं।

यहां बन सकते हैं बाढ़ के हालात

पूर्वी क्षेत्र: अनूपपुर, बालाघाट, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, निवाड़ी, पन्ना, सागर, सतना, सिवनी, शहडोल, सिंगरौली, टीकमगढ़, उमरिया।

पश्चिम क्षेत्र: अशोकनगर, बैतूल, रायसेन, सीहोर, शिवपुरी, नर्मदापुरम, विदिशा।

24 घंटे में करीब 4 फीट बढ़ा नर्मदा का जलस्तर

कैचमेंट एरिया में हो रही जोरदार बारिश से नर्मदा रौद्र रूप में आ चुकी है। नर्मदापुरम के सेठानीघाट पर चौबीस घंटे के दौरान जलस्तर चार फीट बढ़ा।

बालाघाट का संपर्क कटा, बैतूल में सड़क बही: बालाघाट में बाढ़ के चलते सिवनी, नैनपुर और तुमसर (महाराष्ट्र) के प्रमुख मार्गों पर आवागमन ठप हो गया। कई स्थानों पर नदी-नाले उफान पर रहे। बैतूल के सारनी में शोभापुर वार्ड 31 के नाले से लगी रिटर्निंग वाल और 5० मीटर सड़क पानी के साथ बह गई।

गढ़ाकोटा में 43 स्कूली बच्चों का रेस्क्यू: सागर जिले के मढ़िया अग्रसेन गांव में मंगलवार को नाला उफान पर आ गया। इससे पास ही सरकारी स्कूल में 43 बच्चे और 6 शिक्षक बाढ़ में फंस गए। पुलिस व एसडीईआरएफ की टीम ने सभी को वोट की मदद से निकालकर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया।

चांद सिल्वर फॉल में गिरा युवक, मौत: पन्ना जिले के पवई-कटनी मार्ग पर चांद सिल्वर फाल में डूबने से धीरेंद्र राजपूत (19) की मौत हो गई। धीरेंद्र चार रिश्तेदारों के साथ चांद सिल्वर फाल नहाने गया था। पैर फिसलने पर वह 100 फीट नीचे प्रपात में गिरकर डूब गया। पुलिस टीम ने गोताखोरों की मदद से शव निकाला।