बताया गया है कि सभी बिल्डर मुंबई के बिल्डर सूरज परमार द्वारा खुदकुशी किए जाने के बाद सड़कों पर उतर आए। इनका कहना है कि राजनीतिक हस्तक्षेप और भ्रष्टाचार के कारण कई प्रोजेक्ट मंजूर नहीं किए जा रहे हैं। हमें परेशान किया जा रहा है। लोग हमारे प्रोजेक्ट में पैसा नहीं लगा रहे है। इस कारण बिल्डर भी अब आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे हैं।