इस झांकी को भोपाल में निवासरत बंगाली कारीगर दीपक मंडल और कोलकाता से आए सहपाठी कारीगरों ने तैयार किया है। दीपक मंडल ने बताया कि इस झांकी को आकार देने में उन्हें लगभग ढाई माह का समय लगा। हालाकि यह मंदिर अभी अयोध्या में बना नहीं है, लेकिन इंटरनेट पर प्रस्तावित मंदिर का ब्रोशर है। इंटरनेट पर ब्रोशर देखकर इस झांकी को तैयार किया गया है। इसमें उनके साथ 40 से अधिक बंगाली कलाकारों ने सहयोग किया है। इस झांकी में 22 हजार बांस, 600 बल्ली, 14 हजार मीटर कपड़ा, 14 क्विंटल किल,228 किलो फेवीकॉल का इस्तेमाल हुआ है।