National Education Policy: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत एक वर्षीय पीजी कोर्स की शुरुआत हो रही है, लेकिन स्नातक के चौथे वर्ष की परीक्षा देरी से होने के कारण पूरी प्रक्रिया अटकती नजर आ रही है।
National Education Policy: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) 2020 के तहत उच्च शिक्षा में इस वर्ष पहली बार बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। अब एक वर्षीय स्नातकोत्तर कोर्स (one year PG course) की शुरुआत हो रही है, जिसमें सिर्फ चार वर्षीय स्नातक डिग्री (ऑनर्स या ऑनर्स विद रिसर्च) पूरा कर चुके छात्र ही दाखिला ले सकेंगे। लेकिन विश्वविद्यालयों में अभी तक चौथे वर्ष की परीक्षा नहीं हुई है। इस कारण प्रक्रिया ले हो सकती है।
इस प्रणाली के तहत 'ऑनर्स विद रिसर्च' कर चुके छात्रों को एक और बड़ी सुविधा दी जा रही है। वे बिना यूजीसी नेट परीक्षा (UGC NET) दिए ही सीधे पीएचडी (PhD) में दाखिला ले सकते हैं। मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय के प्रोफेसर आनंद शर्मा के अनुसार, यह सुविधा उन छात्रों के लिए है जो स्नातक के चौथे वर्ष में रिसर्च प्रोजेक्ट या कोर्स वर्क पूरा कर चुके हैं। हालांकि, केवल ऑनर्स करने वाले छात्रों को पीएचडी में जाने के लिए नेट क्वालिफाई करना अनिवार्य रहेगा।
बड़ी चुनौती यह है कि अभी तक चौथे वर्ष की परीक्षा ही नहीं हुई है। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में चौथे वर्ष की परीक्षा 3 जून से प्रारंभ हो रही है और यह 10 जून तक चलेगी। प्रदेश भर में 41 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें भोपाल के 7 केंद्र शामिल हैं। जब तक परीक्षा परिणाम घोषित नहीं होते, तब तक एक वर्षीय पीजी कोर्स में दाखिला शुरू नहीं हो सकेगा।